दिल्ली में हालात बेकाबू, 6 दिन में कोरोना से 678 लोगों की मौत

देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना के आक्रमण से कोहराम मचा है। राजधानी दिल्ली में रविवार को 6746 लोग संक्रमित पाए गए, 6154 लोग ठीक हुए रोज करीब सैकड़ों मरीजों की मौत हो रही है। रविवार को 121 की मौत हो गई। मौत का यह आंकड़ा देश में सबसे ज्यादा रहा। कोरोना को काबू में करने के लिए राज्य और केंद्र सरकार ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है लेकिन रोज हजारों नए मामले सामने आ रहे हैं।

कोराना का कहर ऐसा है कि अस्पतालों में बेड कम पड़ गए हैं कहीं मौत से जूझते मरीज को बेड नसीब नहीं हो रहा है कही बिना इलाज के ही दम निकल रहा है अब तक कोरोना से 8, 391 मरीजों की मौत हो गई है। पिछले 6 दिन के आंकड़ों पर अगर नजर डाले तो पता चलेगा कि कोरोना के प्रहार से कराहती दिल्ली का हाल क्या है...

6 दिनों में कुल मौतें 678

- 22 नवंबर को 121 मौतें
- 21 नवंबर को 111 मौतें
- 20 नवंबर को 118 मौतें
- 19 नवंबर को 98 मौतें
- 18 नवंबर को 131 मौतें (एक दिन में होनेवाली मौत का सबसे बड़ा आंकड़ा)
- 17 नवंबर को 99 मौतें

सरकार जागी तब तक देर हो चुकी थी हालात बेकाबू हो चुके थे। अफरा-तफरी के माहौल में दिल्ली सरकार ने केंद्र से मदद मांगी केंद्र ने 700 आईसीयू बेड देने का वादा किया दिल्ली सरकार ने ताबड़तोड़ कई फरमान जारी कर दिए अब निजी अस्पतालों के 80% बेड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित हैं। एमबीबीएस और बीडीएस के सीनियर छात्रों को भी ड्यूटी में लगा दिया गया है।

वहीं, केंद्र सरकार भी डॉक्टर मुहैया कराने की मुहिम में जुटी है। लेकिन सरकार के तमाम जतन के बीच दिल्ली वालों को भी कोरोना से सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है। सरकार ने मास्क नहीं पहनने पर जुर्माना 2000 कर दिया लेकिन इसकी जरूरत क्यों पड़ी रोजमर्रा की भागदौड़ में लोग कोरोना को नजरअंदाज करने की भूल कर रहे हैं जो बहुत महंगी पड़ रही है।

देश में रविवार को 44 हजार 404 नए केस आए, 41 हजार 405 मरीज ठीक हुए और 510 की मौत हो गई। देश में अब तक 91.40 लाख केस आ चुके हैं। इनमें से 85.61 लाख मरीज ठीक हो चुके हैं और 1.33 लाख संक्रमितों की मौत हो चुकी है। ये आंकड़े covid19india.org से लिए गए हैं। उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित आठ राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा कर सकते हैं। इसके बाद पीएम केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों से चर्चा करेंगे।