हिमाचल में तेजी से बढ़े कोरोना के केस, 22 अगस्त तक स्कूलों को किया बंद; सभी कार्यक्रमों के लिए लगी 50% की शर्त

केरल के बाद अब हिमाचल में भी कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। यहां मंगलवार को 419 मरीजों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, 186 ठीक हुए और 2 की मौत हो गई। यहां नए केस 11 जून के बाद सबसे ज्यादा हैं। तब 505 संक्रमित मिले थे। राज्य में इलाज करा रहे मरीजों की संख्या भी 16 दिन से बढ़ रही है। यहां 2,318 मरीजों का इलाज चल रहा है। मंगलवार काे चंबा में काेराेना ब्लास्ट हुआ है। यहां पर काेराेना के 109 नए मामले सामने आए हैं। बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए मंगलवार काे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए कई सख्त फैसले लिए गए हैं। बाहरी राज्यों से प्रदेश आने वाले हर व्यक्ति के लिए कोरोना की आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य की गई है। इसके अलावा आज से 22 अगस्त तक प्रदेश में स्कूलाें काे फिर से बंद कर दिया गया है। प्रदेश में दाे अगस्त से 10वीं से 12 कक्षा तक के स्कूलाें काे खाेला गया था।

आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट न होने की स्थिति में कोविड वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके लोगों को ही राज्य में प्रवेश की अनुमति होगी इसके लिए उन्हें सर्टिफिकेट दिखाना हाेगा। वहीं राज्य में अब 50% सीटिंग क्षमता के साथ ही बसों को चलाने की अनुमति होगी। कैबिनेट का यह फैसला तत्काल प्रभाव से लागू माना जाएगा।

14 दिन के भीतर ही प्रदेश में 17 लोगों की हुई मौत

14 दिन के भीतर प्रदेश में 17 लाेगाें की माैतें हुई हैं। पिछले दाे सप्ताह के भीतर प्रदेश में काेराेना के 1431 नए मामले सामने आए हैं, जिसने सभी की चिंताओं काे फिर से बढ़ा दिया है। 28 जुलाई काे प्रदेश में काेराेना संक्रमण के 953 एक्टिव मरीज थे जाे आज बढ़कर 2,318 हाे गए है।

प्रदेश में काेराेना का रिकवरी रेट गिर कर 97.19% पहुंच गया है। प्रदेश में काेराेना संक्रमण के बढ़ने का एक बड़ा कारण जाे सामने आया है वह दूसरा प्रदेश से घूमने आए पर्यटकाें की ओर से काेविड नियमाें का पालन न करना है। जिसके चलते संक्रमण तेजी से फैला है। लाेगाें की ओर से साेशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया गया।

मंत्रिमंडल ने सभी तरह के सार्वजनिक एवं अन्य तरह के कार्यक्रमों में 50% की शर्त को लागू करने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा धार्मिक स्थलों में आयोजनों पर पहले की तरह प्रतिबंध लगा रहेगा और आने वाले सभी लोगों की थर्मल स्कैनिंग होगी। सभी जिलाधीशों और उपायुक्तों को कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने के निर्देश भी दिए गए हैं।