डरा रहे हैं कोरोना के बढ़ते आंकड़े, बिहार में 24 घंटे में मिले 47 नए मरीज, पटना के कई इलाके बने हॉटस्पॉट

बिहार में एक बार फिर से कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ना शुरू हो गई हैं। प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 47 कोरोना संक्रमित मरीजों का पता चला है। यह पिछले 4 महीने के बाद सबसे ज्‍यादा केस हैं। गया में सबसे ज्‍यादा 17 संक्रमित पाए गए हैं। जबकि राजधानी पटना एक बार फिर से कोरोना संक्रमण का हॉटस्‍पॉट बनता जा रहा है। यहां, 10 नए मामले सामने आए हैं। गया और पटना के बाद औरंगाबाद में 4, मुंगेर में 3, मधुबनी में 1, किशनगंज में 2, जहानाबाद में 1, पूर्णिया में 1, रोहतास में 1, भागलपुर में 1 और बेगूसराय में भी 1 कोरोना संक्रमित मरीज की पुष्टि हुई है। राज्य में अब एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 155 तक पहुंच गई है।

जांच में तेजी

पिछले 15 दिनों से लगातार सैम्पल जांच में तेजी देखी जा रही है। 24 घंटे में राज्य में 1,73,962 लोगों की सैम्पल की जांच की गई। पटना की स्थिति बहुत तेजी से खराब हो रही है। पटना के कई इलाके हॉटस्पॉट बनते जा रहे हैं। अगले 2 से 3 दिनों में जिला प्रशासन मरीजों के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए कंटेनमेंट जोन बनाने का फैसला ले सकता है। पटना के बोरिंग रोड इलाके में सबसे अधिक मरीज पाए गए हैं। वर्तमान में 76 एक्टिव केस पटना में हैं, जिनमें एक दर्जन से अधिक मरीज केवल बोरिंग रोड इलाके के हैं। पटना सिटी में भी अब 9 मरीज हो गये हैं। कुछ समय पहले एजी कॉलोनी और पटेल नगर से संक्रमित लगातार सामने आ रहे थे।

पटना के जिन 12 इलाकों में अधिक खतरा दिख रहा है उनमें बोरिंग रोड, पटेल नगर, एजी कॉलोनी, कंकड़बाग, बुद्धा कॉलोनी, राजा बाजार, शिवपुरी, गर्दनीबाग, राजेंद्र नगर, फुलवारीशरीफ, कुर्जी और भूतनाथ रोड शामिल हैं।

बिहार में कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर प्रशासनिक अमला अलर्ट पर है। स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन द्वारा रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप और हवाई अड्डा पर एक बार फिर से चौकसी बढ़ा दी गई है, क्योंकि बाहर से आनेवालों से सबसे ज्यादा खतरा है। राजय में ओमिक्रॉन की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन तेजी से डेल्टा वायरस बढ़ रहा है और नए जिले भी संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। एम्स पटना में फिलहाल 4 मरीज गम्भीर रूप से बीमार हैं और उनका इलाज चल रहा है।