महाराष्‍ट्र में बेकाबू हुई कोरोना महामारी, 24 घंटे में करीब 26,000 मरीज मिले

साल 2021 में लोगों को उम्मीद थी कि कोरोना महामारी से निजात मिल जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कोरोना के लगातार बढ़ते मामले संकट की तरफ इशारा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने भी मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक में निर्णायक कदम उठाने के लिए कहा। एंटीजन टेस्ट नहीं, आरटी-पीसीआर पर ही भरोसा करने को कहा। आपको बता दे, देश में कोरोना के मामले एक बार फिर बढ़ने लगे है. पिछले 24 घंटे में 39,643 नए कोरोना मरीज मिले, 20,338 ठीक भी हुए और 155 लोगों ने अपनी जान गंवाई। इस तरह एक्टिव केस, यानी इलाज करा रहे मरीजों की संख्या में 19,141 की बढ़ोतरी हुई। देश में अब तक कुल 1 करोड़ 15 लाख 17 हजार 945 लोग इस महामारी की चपेट में आ चुके हैं। 1 करोड़ 10 लाख 81 हजार 508 ठीक हुए हैं, जबकि 1 लाख 59 हजार 405 लोगों की मौत भी हुई है। ये आंकड़े covid19india.org से लिए गए हैं।

महाराष्ट्र की स्थिति चिंताजनक है और बाकी राज्यों में भी ऐहतियात बरतने और अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। कोरोना से लंबे समय से जूझ रहे महाराष्ट्र में एक बार फिर हालात हाथ से बाहर जाते दिख रहे हैं। गुरुवार को महाराष्ट्र में कोरोना के रिकार्ड तोड़ 25 हजार 833 नए मरीज मिले हैं। इससे पहले 11 सितंबर 2020 को राज्य में एक दिन में सर्वाधिक 24,886 मामले दर्ज किए गए थे। राज्य में कोरोना से अब तक 53 हजार 138 मरीजों की मौत हो चुकी है।

यह लगातार दूसरा दिन है जब महाराष्ट्र में 20 हजार से ज्यादा मामले सामने आए। बुधवार को महाराष्ट्र में कोरोना के 23 हजार 179 नए मामले दर्ज किए गए थे और 84 लोगों की मौत हुई थी। कोरोना की इस नई और बेहद तेज रफ्तार ने सरकार के सामने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। उल्लेखनीय है राज्य में पिछले साल 17 मार्च को कोरोना से पहली मौत हुई थी। ठीक एक साल बाद 17 मार्च को राज्य में कोरोना से मौतों का आंकड़ा 53 हजार को पार कर गया।

इस साल एक दिन में सबसे ज्यादा नए केस और मौतों के साथ महाराष्ट्र सबसे ज्यादा संक्रमित राज्यों की श्रेणी में अव्वल हो गया है। ज्यादातर नए केस मुंबई, नागपुर, पुणे इत्यादि से सामने आए हैं। चिंताजनक यह है कि रिकवरी रेट पहले के मुकाबले कम हुआ है। अब यह 92.21 से घटकर 91.26 फीसद हो गया है। नए केसों में 85% एसिंप्टोमैटिक है।