कनाडा (Canada) ने बुधवार को फाइजर-बायोएनटेक (Pfizer Biontech) की वैक्सीन (Corona Vaccine) को अप्रूवल दिया था। अब यहां की हेल्थ मिनिस्ट्री ने साफ कर दिया है कि देश में बड़े पैमाने पर वैक्सीनेशन बहुत जल्द शुरू होगा। गुरुवार को हेल्थ मिनिस्ट्री की जनरल एडमिनिस्ट्रेश से लंबी बैठक हुई। इसमें वैक्सीनेशन प्रॉसेस पर विचार किया गया।
'द गार्डियन' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अगले हफ्ते वैक्सीनेशन शुरू हो सकता है और सबसे पहले यह हाई रिस्क वाले लोगों को दी जाएगी। कनाडा को रविवार को 30000 डोज मिलेंगे। इस महीने के आखिर तक यह संख्या 2,49,000 हो जाएगी।
अफ्रीकी देशों की अमीर देशों से अपीलअफ्रीकी देशों ने अमीर देशों से अपील में कहा है कि अगर उनके पास ज्यादा वैक्सीन मौजूद होती है तो वे इसे गरीब देशों को जरूर दें। अफ्रीकी देशों की एक संस्था ने कहा- यह महामारी मानवता के लिए चुनौती है। अगर अमीर और विकसित देशों के पास वैक्सीन के जरूरत से ज्यादा डोज मौजूद हैं तो इसे गरीब देशों को दिया जाना चाहिए। कुछ दिन पहले बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने इस बारे में आगाह भी किया था कि विकसित देशों के पास वैक्सीन के डोज ज्यादा हो सकते हैं।
Pfizer की वैक्सीन को अमेरिका में मिल सकता है इमरजेंसी अप्रूवलउधर, अमेरिका में संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। एक दिन में तीन हजार मौतों के बाद सरकार पर दबाव बढ़ रहा है। जिसके चलते अमेरिका भी फाइजर-बायोएनटेक (Pfizer Biontech) कोरोना वैक्सीन के टीके को मंजूरी दे सकता है। अमेरिकी सरकार के एक सलाहकार पैनल ने फाइजर-बायोएनटेक कोरोना वैक्सीन के आपातकालीन स्वीकृति की सिफारिश की है। पैनल ने कहा कि टीके का संभावित लाभ इसके जोखिमों को कम करता है। FDA के एक एडवाइजरी पैनल ने इस संस्था से अपील में कहा है कि वो फाइजर-बायोएनटेक वैक्सीन को कम से कम इमरजेंसी में इस्तेमाल के लिए अप्रूवल दे। FDA की अप्रूवल में देरी के लिए काफी आलोचना हो रही है। राष्ट्रपति ट्रम्प भी कई हफ्ते पहले FDA को फटकार लगा रहे हैं। जबकि, इस संस्था की दलील है कि वैक्सीन अप्रूवल में कोई जल्दबाजी की गई तो इसके नतीजे गंभीर हो सकते हैं। अमेरिका में वैक्सीन अप्रूवल की प्रक्रिया काफी जटिल है।
बता दे, अमेरिका में बुधवार को एक ही दिन में 3260 लोगों की मौत के बाद सरकार पर दबाव बढ़ गया है। यह एक दिन में हुई मौतों का सबसे बड़ा आंकड़ा है। केंद्र और राज्य सरकारों ने कुछ हफ्ते पहले ही लोगों को चेतावनी दी थी कि वे थैंक्स गिविंग डे की छुट्टियों के दौरान यात्रा और लापरवाही से बचें। मौतों और संक्रमण के आंकड़े बता रहे हैं कि सरकार की वॉर्निंग को गंभीरता से नहीं लिया गया।