यूपी सरकार की बढ़ी चिंता, 3.25 करोड़ लोगों पर मंडरा रहा ओमिक्रॉन का बड़ा खतरा!

भारत में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मरीज बढ़ने शुरू हो गए है। देश में अब तक ओमिक्रॉन से संक्रमित 24 मरीज मिल चुके है। इस बीच यूपी के 3.25 करोड़ लोगों पर ओमिक्रॉन का खतरा मंडरा रहा है। दरअसल, प्रदेश में 3 करोड़ 25 लाख लोग ऐसे हैं जिन्होंने वैक्सीन नहीं ली है। इन्होंने कोई डोज नहीं ली और सबसे हाई रिस्क इन्हीं पर है। UP में 18 साल से ऊपर 14 करोड़ 75 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जानी है। पहली डोज 11 करोड़ 50 लाख लोगों ने ली है। जबकि दोनों डोज महज 5 करोड़ 39 लाख लोगों ने ली है। इसमें से 2.5 करोड़ लोग ऐसे हैं जिनका दूसरी डोज लेने की डेट काफी आगे बढ़ गई है।

हालांकि काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के वायरोलॉजिस्ट प्रोफेसर सुनीत कुमार सिंह का कहना है कि हम कोरोना की तीसरी लहर को रोक सकते हैं। जनता अपना बचाव करे, मगर सरकार भी कुछ खास उपाय करे तो नए वैरिएंट का प्रकोप हमसे दूर हो सकता है।

IMS-BHU में मॉलिक्यूलर यूनिट के प्रो सुनीत कुमार सिंह ने तीसरी लहर से बचाने के लिए इन तरीकों को सुझाया है...

वैक्सीन का बूस्टर डोज

जिन लोगों को दूसरी डोज 5 महीने पहले लग चुकी हो, उन्हें अब बूस्टर डोज दिया जाना चाहिए। इसके लिए सरकार गाइडलाइन बना सकती है।

मिक्स एंड मैच डोज

विदेशों में मॉडर्ना और फाइजर के बीच मिक्स एंड मैच की सफल टेस्टिंग हो चुकी है। समय कम है इसलिए एक-एक महीने के अंतराल पर दोनों डोज लगाकर व्यक्ति को पहले सुरक्षित कर लिया जाए। वहीं, मिक्स एंड मैच के बाद बूस्टर डोज लगाने की भी जरूरत अभी नहीं पड़ेगी।

इंपोर्ट करें सिंगल डोज वैक्सीन

भारत में जॉनसन एंड जॉनसन और स्पुतनिक सिंगल डोज वैक्सीन को आयात करने की मंजूरी दी जा चुकी है। जिन लोगों ने वैक्सीन की एक भी डोज न ली हो, उन्हें तत्काल इन वैक्सीन को दिया जाना चाहिए।

मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग

मास्क अब हर विभाग द्वारा अनिवार्य कर देना चाहिए। वहीं, हर कोई सर्जिकल मास्क की पूरी गड्डी अपने पास रखे और रेगुलर बदलकर उपयोग करें। सार्वजनिक स्थलों पर आने-जाने से बचें।

इम्युनिटी को बनाए रखें बेहतर


भोजन में Vitamin C, D और दूध के साथ हल्दी डालकर पीएं। हेल्दी लाइफ स्टाइल का पालन करें। शरीर को कमजोर नहीं होने देना है।

2.5 करोड़ लोगों ने नहीं ली दूसरी खुराक

वैक्सीन हेजीटेंसी के शिकार हाई रिस्क वाले 3.25 करोड़ लोग हैं। इन्हें सिंगल डोज वाली वैक्सीन लगाकर ही सुरक्षित किया जा सकता है। दूसरे स्थान पर 2.5 करोड़ लोग हैं जो लापरवाही से दूसरी खुराक नहीं ले रहे हैं। इन्हें तत्काल वैक्सीन की दूसरी डोज देनी चाहिए। तीसरा सबसे बड़ा संकट दोनों डोज ले चुके लोगों पर भी है। इन्हें बूस्टर डोज देकर सुरक्षित किया जाना चाहिए।