रहे सावधान: आ सकता है कोरोना का Delta से भी घातक वैरिएंट, वैक्सीन को भी दे सकता है धोखा

भारत में पहली बार मिला कोरोना के डेल्टा से भी घातक वैरिएंट आ सकता है और यह सभी टीकों को भी धोखा दे सकता है। यह कहना है अमेरिका के वरिष्ठ संक्रामक रोग विशेषज्ञ और अमेरिकी सरकार के कोविड सलाहकार डॉ एंथनी फॉसी का। उन्होंने कैपिटल हिल में सीनेट में समिति को बताया है कि डेल्टा का यह नया वैरिएंट घातक साबित हो सकता है।

डॉ फॉसी ने कहा कि अमेरिका में अभी वायरस जैसे फैल रहा है उसी तरह सर्दियों तक फैलता रहा तो वो और खतरनाक और घातक रूप ले सकता है। उन्होंने चेतावनी दी है कि आने वाला नया वैरिएंट सभी टीकों को भी धोखा दे सकता है। समय रहते सभी को टीका नहीं लगा तो हमें महामारी के एक और भयावह रूप को देखने के लिए तैयार रहना होगा।

डॉ फॉसी ने कहा, अभी वायरस के फैलने की मुख्य वजह कम टीकाकरण है। कम टीका लगने का मतलब है कि वायरस के पास खुद में म्यूटेशन करने का पूरा मौका है। संभव है कि सर्दियों में वो एक घातक रूप ले सकता है।

डेल्टा प्लस वैरिएंट पर संदेह


वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना का डेल्टा रूप दुनिया के अधिकतर देशों को चपेट में ले चुका है। वायरस अब अपना अस्तित्व बचाने के लिए अपना रूप जरुर बदलेगा। WHO ने गुरुवार को बताया कि सबसे अधिक संक्रामक माना जा रहा कोरोना का डेल्टा वैरिएंट भारत सहित 135 देशों में मिला है। वहीं, बीते सप्ताह 26 जुलाई से एक अगस्त के बीच दुनियाभर में 40 लाख नए मरीज मिले हैं।

WHO ने बताया कि बीते एक सप्ताह से संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ट्रेड्रॉस एडहानोम घेब्रेसस ने बताया कि पूर्वी भूमध्यसागर 37% और पश्चिमी प्रशांत क्षेत्रों में कोरोना के सबसे अधिक 33% मामले मिल रहे हैं। इसी तरह दक्षिणपूर्व एशिया में संक्रमण के मामले में नौ फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।