अयोध्या / नवरात्रि से शुरू हो सकता है राम मंदिर का निर्माण, पीएम मोदी को लिखा पत्र

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण अब अक्तूबर में शुरू होगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास के सूत्रों ने संकेत दिए हैं कि अश्विन शुक्लपक्ष प्रतिपदा या फिर विजयदशमी के आसपास भव्य समारोह के बीच भूमि पूजन किया जा सकता है। चूंकि सावन, भादों और कुंआर के इन तीन महीनों में अब कोई शुभ काम नहीं हो सकते हैं इसलिए अब अक्तूबर में पड़ने वाले शारदीय नवरात्र में ही मंदिर निर्माण के लिए शिलान्यास पूजन की तैयारी की जा रही है। विश्व हिन्दू परिषद के सूत्रों ने यही संकेत दिए हैं। दरअसल, भूमिपूजन को लेकर कई बार तारीख बदली जा चुकी हैं, ऐसे करीब 12 मुहूर्त अभी तक टल चुके हैं।

हालाकि, पिछले 26 जून को महत्वपूर्ण बैठक हुई थी। जिसमें इस मुद्दे पर काफी विचार किया गया था। फिर संतों ने एक पत्र लिखकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भगवान राम के मंदिर का शिलान्यास करने के लिए अयोध्या आने का आग्रह भी किया। पता चला है कि अक्तूबर में होने वाले इस शिलान्यास कार्यक्रम को एक भव्य आयोजन बनाने के लिए बड़े पैमाने पर इसकी ब्रांडिंग भी की जाएगी।

न्यास के सूत्रों के मुताबिक, करीब 78 एकड़ के परिसर में बाकी अन्य इमारतों और अन्य निर्माण के लिए काम जारी है। भूमि परिशोधन के लिए आध्यात्मिक, धार्मिक और नैष्ठिक अनुष्ठान जारी हैं। विश्व हिन्दू परिषद् के सूत्र भी यही संकेत दे रहे हैं कि देश भर में कोरोना की स्थिति पूरी तरह काबू में आ जाए और समस्त परिस्थितियां अनुकूल रहें तो दुर्गापूजा के दौरान भूमिपूजन किया जा सकता है।

दूसरी ओर मस्जिद पक्ष ने भी अक्टूबर में ही काम शुरू करने का ऐलान किया है। ये ऐलान सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड का कार्यकाल 6 महीने बढ़ाने को मंजूरी मिलने के बाद ही हुआ है। इसके फौरन बाद वक्फ बोर्ड के चेयरमैन जुफैर फारूकी ने कहा कि यूपी सरकार की ओर से अयोध्या के निकट तय की गई पांच एकड़ जमीन पर मस्जिद निर्माण के लिए 14 सदस्यों वाली मस्जिद निर्माण कमेटी बना दी गई है। इसमें इस्लाम के वरिष्ठ धर्मगुरु और आर्किटेक्ट भी शामिल हैं। यानी बोर्ड की मौजूदा कमेटी ही अयोध्या से करीब 22 किलोमीटर दूर धन्नीपुर गांव में आवंटित भूमि पर मस्जिद का निर्माण कराएगी।