प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपने पूर्ववर्ती मनमोहन सिंह पर पाकिस्तान के साथ मिलकर साजिश रचने के आरोपों के खिलाफ कांग्रेस सदस्यों ने गुरुवार को लोकसभा में प्रदर्शन किया और बोलने की अनुमति नहीं मिलने से सदन से बर्हिगमन कर गए।
सदन के शुरू होते ही कांग्रेस सदस्य लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के आसन के समक्ष जमा हो गए और महाजन से पार्टी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को बोलने की इजाजत देने का आग्रह किया।
हालांकि, लोकसभा अध्यक्ष महाजन ने प्रश्न काल शुरू कर दिया फिर भी कांग्रेस सदस्य उनके आसन के पास खड़े होकर नारे लगाते रहे। कांग्रेस नेता सोनिया गांधी सदन में मौजूद थी और प्रदर्शन के दौरान वह पार्टी नेताओं के साथ बातचीत करती देखीं गईं।
प्रश्नकाल के बीच में महाजन ने कहा कि वह मुद्दे को सदन में उठाने की अनुमति नहीं देंगी।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, "मैं कह चुकी हूं कि मैं चुनाव प्रचार के मुद्दे को सदन में उठाने को अनुमति नहीं दूंगी।"
इस बीच कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विपक्ष की आवाज को दबाने का आरोप लगाया और कहा कि क्या सरकार फैसला करेगी कि कौन से मुद्दे को लोकसभा में उठाया जाए।
इस मुद्दे पर दूसरी पार्टियों ने कांग्रेस का समर्थन करने से दूरी बनाएं रहीं। लेकिन गुरुवार को माकपा सांसद मोहम्मद सलीम व राष्ट्रीय जनता दल (राजद)नेता जय प्रकाश नारायण यादव ने कांग्रेस का समर्थन किया।
हालांकि, लोकसभा अध्यक्ष ने मुद्दे को उठाने की इजाजत नहीं दी और सदन की नियमित कार्यवाही को आगे बढ़ाया।
कांग्रेस सदस्यों ने पार्टी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ विरोध करते हुए सदन से बर्हिगमन किया। खड़गे ने कहा कि बर्हिगमन 'देश की गरिमा को बचाने के लिए' किया जा रहा है।
मोदी ने गुजरात चुनावों के दौरान दावा किया था कि कांग्रेस नेता मणिशंकर के निवास पर मनमोहन सिंह व पाकिस्तान के राजनयिकों ने गुजरात चुनावों पर चर्चा की थी।