कांग्रेस में कलह, सिब्बल बोले- पद नहीं देश मायने रखता है; संजय झा ने कहा- अंत की शुरुआत

कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन को शुरू हुई 'महाभारत' थमने का नाम नहीं ले रहा है। पार्टी के नेता अब खुलकर बोलने लगे हैं। सोमवार को सोनिया गांधी का फिर से पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष चुने जाने के बाद उन्हें चिट्ठी लिखने वाले 'विरोधी' नेताओं ने आगे की रणनीति पर बैठक की थी। इस बैठक के बाद आज कपिल सिब्बल(Kapil Sibal) ने एक ऐसा ट्वीट किया है जिससे कयासबाजियों का दौर शुरू हो गया है। वहीं, कांग्रेस नेता और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के छोटे बेटे अनिल शास्त्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में कुछ चीजों की कमी है। सबसे महत्वपूर्ण यह है कि बैठकें पार्टी के नेताओं के बीच नहीं होती हैं। अगर एक अलग राज्य का कोई पार्टी नेता दिल्ली आता है, तो उसके लिए यहां पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मिलना आसान नहीं है। उन्होंने कहा, 'सोनिया गांधी और राहुल गांधी जैसे सीनियर नेता पार्टी नेताओं से मिलना शुरू कर दें तो 50% समस्या खत्म हो जाएगी।'

सिब्बल का ट्वीट, यह बात पद की नहीं , देश की है

सिब्बल के आज के ट्वीट पर कई तरह के कयासबाजियों के दौर शुरू हो गया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 'यह किसी पद की बात नहीं है। यह मेरे देश की बात है जो सबसे ज्यादा जरूरी है।' बता दें कि कांग्रेस कार्यकारिणी (Congress Working Committee Meeting) की बैठ में सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को फिर से पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष चुना गया है।

सिब्बल के ट्वीट से बगावत की बू आ रही है। उन्होंने कल राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की नाराजगी वाली खबरों के बाद भी ट्वीट किया था। हालांकि उन्होंने बाद में वह ट्वीट यह कहते हुए हटा लिया था कि राहुल ने उनसे कहा कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा है।

संजय झा ने कहा- अंत की शुरुआत

कांग्रेस से निलंबित नेता संजय झा ने भी आज एक चुटकी वाला ट्वीट कर कहा है, 'यह अंत की शुरुआत है।' झा के इस ट्वीट को भी कांग्रेस में चल रही हलचल से जोड़कर देखा जा रहा है। बता दें कि सोनिया ने संजय झा को पार्टी से निलंबित कर दिया था। संजय ने कुछ दिन पहले कहा था कि कांग्रेस के 100 से ज्यादा नेताओं ने सोनिया को चिट्ठी लिखी है। हालांकि उस समय कांग्रेस ने इसे सिरे से खारिज कर दिया था।