राहुल ने NRC - NPR को बताया गरीबों पर टैक्स, बोले- देश में सिर्फ हिंसा दिखाई दे रही है

एनसीआर (NCR), एनपीआर (NPR) और सीएए (CAA) को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोला है। रायपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा चाहे एनसीआर हो या एनपीआर, यह गरीबों पर लगने वाला टैक्स है। उन्होंने कहा कि पहले भारत और चीन को पूरी दुनिया एक रफ्तार से आगे बढ़ते हुए देखती है लेकिन आज भारत में सिर्फ हिंसा दिखाई दे रही है। सड़कों पर महिलाएं सुरक्षित महसूस नहीं कर रही हैं और बेरोजगारी बढ़ रही है। देश का गरीब पूछ रहा है कि हमें नौकरी कैसे मिलेगी? इसका जवाब सरकार के पास नहीं है। इस नए कानून से देश में भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलेगा। यदि किसी के पास दस्तावेजों में कुछ कमी है तो उसे मजबूरन सुधरवाने के लिए अफसरों को घूस देना होगा। इससे भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था से ध्यान हटाने के लिए मोदी सरकार नागरिकता कानून लेकर आई है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री अपना काम ठीक से नहीं कर पा रहे हैं। जीडीपी जो कभी 9 हुआ करती थी आज 4 रह गई है, वह भी नए तरीके से। पुराने तरीके से जीडीपी देखा जाए तो 4 से भी कम होगी।

राहुल गांधी सीएए और एनआरसी पर कहा कि एनसीआर हो या एनपीआर, दोनों गरीबों पर टैक्स हैं। नोटबंदी पर गरीबों पर टैक्स था। यह पूरी तरह गरीबों पर आक्रमण है। लोगों को नोटबंदी की तरह ही लाइन पर लगाया जाएगा। देश का समय बर्बाद किया जा रहा है।'

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा सदस्य राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने छत्तीसगढ़ में हो रहे तीन दिवसीय राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का उद्घाटन किया। इस नृत्य महोत्सव में देश के 25 राज्य और केन्द्रशासित प्रदेशों के साथ ही छह देशों के लगभग 1350 से अधिक प्रतिभागी अपनी जनजातीय कला संस्कृति का प्रदर्शन करेंगे। उद्घाटन के अवसर पर अति विशिष्ट अतिथि के रूप में राज्य सभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद, उप नेता आनंद शर्मा, राज्यसभा सदस्य अहमद पटेल और मोतीलाल वोरा, पूर्व सांसद के। सी। वेणुगोपाल, प्रियंका गांधी वाड्रा, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार, छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष चरण दास महंत समेत कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए।

महोत्सव में राहुल ने कहा था कि छत्तीसगढ़ में हिंसा में कमी आई है क्योंकि यहां की सरकार लोगों की आवाज सुनती है। राहुल ने कहा कि विधानसभा में एक व्यक्ति की नहीं, सबकी आवाज सुनाई देती है। उन्होंने तंज कसा कि बाकी प्रदेशों के हालात और देश भर में किसानों की हालत, बेरोजगारी और अर्थव्यवस्था को लोग जानते हैं। राहुल ने कहा, 'हर धर्म, जाति, आदिवासी, दलित-पिछड़ों को साथ लिए बिना हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था नहीं चलाई जा सकती। जब तक सबको जोड़ोगे नहीं, सबकी आवाज विधानसभा और लोकसभा में सुनाई नहीं देगी, तब तक बेरोजगार और अर्थव्यवस्था का कुछ नहीं किया जा सकता है।'