चंडीगढ़। गुरदासपुर से कांग्रेस सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा ने मांग की है कि राज्य में पुलिस प्रतिष्ठानों में हुए आठ बम विस्फोटों की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से कराई जाए। रंधावा ने 19 दिसंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर कहा कि सीमावर्ती जिलों में हाल ही में हुए बम विस्फोटों की जांच की जानी चाहिए, क्योंकि इन विस्फोटों ने निवासियों के बीच सुरक्षा संबंधी चिंताएं पैदा कर दी हैं।
पत्र में कहा गया है, उल्लेखनीय है कि 12 दिसंबर को बटाला पुलिस जिले के घनियां-के-बांगर पुलिस स्टेशन में विस्फोट हुआ था, जिसमें खिड़कियों के शीशे टूट गए थे और काफी वित्तीय नुकसान हुआ था। बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए इस घटना की जिम्मेदारी ली है और पुलिस प्रतिष्ठानों पर और हमले करने की चेतावनी दी है।
रंधावा ने कहा कि इन घटनाओं की गंभीरता और राष्ट्रीय सुरक्षा पर उनके प्रभाव को देखते हुए, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को जांच का जिम्मा संभालना चाहिए।
उन्होंने कहा, राष्ट्रीय जांच एजेंसी अधिनियम 2008 के तहत स्थापित एनआईए भारत की केंद्रीय आतंकवाद विरोधी कानून प्रवर्तन एजेंसी के रूप में कार्य करती है। इसे भारत की संप्रभुता, सुरक्षा और अखंडता को प्रभावित करने वाले अपराधों की जांच और मुकदमा चलाने का अधिकार है।
उन्होंने कहा कि एनआईए के कार्यक्षेत्र में विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, 1908 के तहत अपराधों की जांच करना तथा राष्ट्रीय सुरक्षा और खतरों से संबंधित अन्य अधिनियम शामिल हैं।
पत्र में आगे कहा गया है कि एनआईए की विशेषज्ञता और संसाधन इन बम विस्फोटों की गहन जांच के लिए महत्वपूर्ण हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अपराधियों की पहचान की जाए और उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाए, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा हो सके। उन्होंने लिखा, यह हस्तक्षेप इन घटनाओं से उत्पन्न सुरक्षा खतरों से निपटने के लिए एक समन्वित और व्यापक दृष्टिकोण की सुविधा प्रदान करेगा। पंजाब में हाल ही में हुए बम विस्फोटों से उत्पन्न खतरों की कुशलतापूर्वक जांच करने और उनका मुकाबला करने के लिए एनआईए की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है। उनका हस्तक्षेप राष्ट्रीय सुरक्षा बनाए रखने और कानून के शासन को बनाए रखने की हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करेगा, जो पंजाब में ध्वस्त हो गया है।