बिजली संकट पर पी चिदंबरम का आया बयान, कहा - मोदी सरकार नहीं कांग्रेस के 60 साल का शासन जिम्मेदार

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने शनिवार को देशव्यापी कोयला संकट पर मोदी सरकार पर तंज कसते हुए एक ट्वीट किया। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा कि देश में प्रचुर मात्रा में कोयला है, बड़े रेल नेटवर्क हैं, ताप संयंत्रों में क्षमता है फिर भी बिजली की भारी किल्लत है। इसके लिए मोदी सरकार को दोष नहीं दिया जा सकता, यह तो कांग्रेस के 60 साल के शासन के कारण हुआ है।

कांग्रेस नेता ने ट्वीट में लिखा कि कोयला, रेलवे या बिजली मंत्रालयों में कमी नहीं है, दोष तो इन विभागों के मंत्री रह चुके कांग्रेसी नेताओं का है। उन्होंने चुटकी लेते हुए लिखा कि मोदी सरकार ने यात्री ट्रेनों को रद्द कर कोयला ट्रेनों को चलाने का सही समाधान खोज लिया है। मोदी है, मुमकिन है।

राहुल गांधी ने फेसबुक पोस्ट में कहा, 'मैं फिर से कह रहा हूं यह संकट छोटे उद्योगों को नष्ट कर देगा, जिससे बेरोजगारी और बढ़ेगी। छोटे बच्चे इस भीषण गर्मी को बर्दाश्त नहीं कर सकते। अस्पतालों में भर्ती मरीजों की जिंदगी दांव पर है। रेल, मेट्रो सेवाएं को रोकने से आर्थिक नुकसान होगा। उन्होंने हैशटैग #BJPFailsIndia का इस्तेमाल करते हुए पूछा, 'मोदी जी, क्या आपको देश और लोगों की परवाह नहीं है।

यूपी में बिजली आपूर्ति बनाए रखने में मदद के लिए केंद्र सरकार ने 657 पैसेंजर ट्रेनों को रद्द करने का फैसला किया है। बताया जा रहा है कि इन गाड़ियों को इसलिए रद्द किया गया, ताकि थर्मल पावर स्टेशनों के लिए सप्लाई किए जा रहे कोयले से लदी माल गाड़ियों को आसानी से रास्ता प्रदान किया जा सके और समय से कोयला पहुंच सके।

देश के बिजली संकट पर केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, रूस से गैस की आपूर्ति ठप हो गई है। हालांकि, थर्मल पावर प्लांट में 21 मिलियन टन कोयले का स्टॉक है। जो दस दिन के लिए काफी है। कोल इंडिया को मिलाकर भारत के पास कुल 30 लाख टन का स्टॉक है। ये 70 से 80 दिन का स्टॉक है। हालांकि, वर्तमान स्थिति स्थिर है।