राजीव भवन में पत्रकार वार्ता पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरप्पा मोइली ने शुक्रवार को कहा कि कालाधन भारत में लाने के लिए तीन रिपोर्ट बनीं, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा, "हमारी सरकार ने 35 हजार करोड़ का कालाधन भारत लाया था। मोदी बताएं कि कितना कालाधन उनके कार्यकाल में भारत आया है।" उन्होंने कहा कालाधन तो आया नहीं, उल्टे देश का सफेद धन बाहर चला गया। मोदी का ध्यान केवल टीवी और मीडिया हेडलाइन में बने रहने पर रहता है।
मोइली ने कहा कि यूपीए सरकार के समय ऊर्जा (पावर) की जो स्थिति थी, मोदी सरकार ने उसे बदहाल कर दिया। ऊर्जा के क्षेत्र में 25 प्रतिशत संयंत्र ठप्प पड़े हुए हैं।
उन्होंने कहा, "मैं ऊर्जा मंत्री रहा हूं और हमारी सरकार के समय ऊर्जा की जो स्थिति थी, मोदी सरकार ने उसे बदहाली पर ला दिया। ऊर्जा के क्षेत्र में 25 प्रतिशत संयंत्र काम नहीं कर रहे हैं। हमारी सरकार में 35 हजार गैस पाइप लाइन थी। आज उसमें 10 प्रतिशत पाइप लाइनें काम नहीं कर रही हैं।"
मोइली ने कहा, "मोदी सरकार की ओर से नया गैस पाइप लाइन नहीं लगाया गया। जब अंतर्राष्ट्रीय स्तर से कच्चे तेल का दाम कम होता था, तब हमारी सरकार कच्चा तेल खरीद कर उसका भंडारण करती थी, और जब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तेल के भाव बढ़ जाते थे, तब स्टॉक में रखे कच्चे तेल की बिक्री की जाती थी। इससे पेट्रोल-डीजल की कीमतों में ज्यादा वृद्धि नहीं हो पाती थी। लेकिन मोदी ने ऐसा नहीं किया, उल्टे तेल कंपनियों से सांठगांठ कर देश को लूटा है।"
उन्होंने कहा कि ओएनजीसी जो टैक्स के मामले देखता है, उसमें भी 20 हजार करोड़ का घोटाला हुआ है।
मोइली ने कहा, "सरदार पटेल का स्टैच्यू उनके सम्मान में नहीं बनाया गया है। मोदी ने स्वयं को चमकाने के लिए पटेल का स्टेच्यू बनवाया है, वह भी सात गांवों को उजाड़कर। इन गांवों के लोग जो पूछ रहे हैं, मोदी उन्हें जवाब क्यों नहीं देते।"
पूछे जाने पर कि कर्नाटक नें किसानों का कितना कर्जा माफ हुआ, मोइली ने कहा, "पहले चरण में एक लाख तक का कर्जा माफ किया गया और महिला किसानों का तीन लाख तक का कर्जा माफ हुआ है।"