कांग्रेस ने सरकार को घेरा, कहा - नोटबंदी की तरह बिना सोचे-समझे किया लॉकडाउन, गई करोड़ों नौकरियां

कोरोना लॉकडाउन को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि नोटबंदी की तरह बिना सोचे-समझे और बिना योजना के किया लॉकडाउन भारत के लिए काफी नुकसानदायक साबित हुआ है। कांग्रेस ने कहा है कि 14 करोड़ से अधिक लोग अपनी नौकरी खो चुके हैं। आने वाले हफ्तों में लाखों के नौकरी जाने की आशंका है, क्या भाजपा सरकार के पास उनकी मदद करने की योजना है?

केंद्रीय कर्मचारियों के DA में कटौती पर कांग्रेस ने उठाए सवाल

- इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सरकारी कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में वृद्धि नहीं करने के सरकार के फैसले की आलोचना करते हुए कहा है कि इस वक्त केंद्रीय कर्मियों एवं सैनिकों के लिए मुश्किल पैदा करना उचित नहीं है। कांग्रेस की ओर से जारी पार्टी के सलाहकार समूह की बैठक के वीडियो के मुताबिक सिंह ने यह भी कहा कि कांग्रेस को इस वक्त इन सरकारी कर्मचारियों और सैनिकों के साथ खड़े रहना है।

- बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि 'मुझे परेशानी वहां दिख रही है कि लाखों करोड़ की बुलेट ट्रेन परियोजना और सेंट्रल विस्टा सौंदर्यीकरण परियोजना को रोकने के बजाय सरकार कोरोना से जूझकर जनता की सेवा करने वाले केंद्रीय कर्मचारियों, पेंशनर्स और देश के जवानों का महंगाई भत्ता (DA) काट रही है। ये सरकार का असंवेदनशील तथा अमानवीय फैसला है। आप मिडिल क्लास से पैसा ले रहे हो लेकिन गरीबों को नहीं दे रहे हो और इसे सेंट्रल विस्टा पर खर्च कर रहे हो।'

- पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि सरकार को केंद्रीय कर्मचारियों का DA काटने से पहले बुलेट ट्रेन, सेंट्रल विस्टा जैसी परियोजनाएं रोकनी चाहिए थी। कांग्रेस नेता वेणुगोपाल, रणदीप सिंह सुरजेवाला, मनीष तिवारी, सुप्रिया श्रीनाते, गौरव वल्लभ, रोहन गुप्ता और प्रवीण चक्रवर्ती ने भी सरकार के फैसले पर सवाल खड़े किए और तत्काल इसे वापस लेने की मांग की।

CAA, NRC कल की बातें...

इससे पहले, कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा। इस दौरान सिब्बल ने मोदी सरकार पर हमला बोला तो वहीं कई सुझाव भी दिए। उन्होंने कहा, मैं प्रधानमंत्री जी से आग्रह करूंगा कि जो कल की बातें हैं, CAA, NRC की बातें हैं...छोड़ो कल की बातें...कल की बात पुरानी। अब नया दौर है...कोविड 19 के बाद एक नया दौर शुरू हुआ है। प्रधानमंत्री उन बातों पर गौर करें जहां विपक्ष, सत्ता पक्ष और सब मिलकर देश को आगे बढ़ाने पर काम करें।

कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा, 'मैं प्रधानमंत्रीजी से आग्रह करूंगा कि जो कल की बातें हैं सीएए-एनआरसी की बातें हैं, छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानी हो गई। अब नया दौर है। कोरोना के बाद एक नया दौर शुरू हुआ है, उन बातों पर गौर करना चाहिए। विपक्ष, सत्ता पक्ष और सबको मिलकर देश को आगे बढ़ाना चाहिए।'

पूर्व कानून मंत्री ने केंद्र सरकार से मांग की कि कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन कानून के तहत एक नेशनल प्लान बनाया जाए। उन्होंने कहा कि वक्त आ गया है कि है सरकार को लॉकडाउन के ऊपर विचार करना चाहिए। सरकार लोगों को लॉकडाउन में और इकोनॉमी को लॉकआउट में नहीं रख सकती है।

कपिल सिब्बल ने कहा कि आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 11 कहती है कि पूरे देश के आपदा प्रबंधन के लिए एक योजना बनाई जाएगी। COVID19 आया है तो उसके लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक योजना बनेगी। वो राष्ट्रीय योजना क्या है? 24 मार्च से आज अप्रैल का चौथा हफ्ता हो गया आज भी कोई राष्ट्रीय योजना नहीं है!

कच्चे तेल की घटती कीमतों पर सरकार को घेरा

सिब्बल ने कच्चे तेल की कीमतों की गिरावट के बाद आम आदमी को न मिलने वाले लाभ को लेकर भी मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कच्चे तेल में कम हुई कीमतों का फायदा जनता को क्यों नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि वित्तीय घाटा बढ़ने वाला है। इसे कौन ठीक करेगा। उन्होंने कहा कि वित्तीय घाटा बढ़ने वाला है। इसे कौन ठीक करेगा। पैसा कहां से आएगा, सरकार के पास आय का कोई स्रोत नहीं रह गया है।