मुम्बई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बदलापुर में एक स्कूल के शौचालय में दो लड़कियों का यौन शोषण करने वाले अक्षय शिंदे की हिरासत में हुई मौत पर बुधवार को पुलिस का बचाव करते हुए कहा कि पुलिस ने आत्मरक्षा में उसे गोली मारी।
एकनाथ शिंदे ने बदलापुर की घटना को लेकर विपक्ष पर पाखंड का आरोप लगाया। उन्होंने मुंबई में इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2024 कार्यक्रम में कहा, पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली चलाई। अगर वह भाग जाता तो विपक्ष कहता कि बंदूकें दिखावे के लिए नहीं थीं। वे कहते कि हमने उसे भागने पर मजबूर किया। मुठभेड़ में पुलिसकर्मी घायल हो गए। हमें पुलिस का समर्थन करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अक्षय शिंदे की चार पत्नियाँ हैं और उनमें से एक ने उनके खिलाफ अप्राकृतिक यौन संबंध का मामला दर्ज कराया था और उसने उन्हें राक्षस कहा था। उन्होंने कहा, महिला ने उनके (अक्षय शिंदे) खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। उसने बयान दिया और कहा कि वह एक राक्षस है। उसकी चार पत्नियाँ थीं। कल्पना कीजिए कि उसने उनके साथ कितनी क्रूरता की होगी।
उन्होंने कहा, जब उसने उन लड़कियों (बदलापुर में) का यौन उत्पीड़न किया जो उसकी बेटियों की उम्र की हैं, तो कल्पना कीजिए कि उन (पीड़ितों) को क्या सहना पड़ा होगा। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है।
एकनाथ शिंदे ने बदलापुर की घटना पर विपक्ष पर अपना रुख बदलने का आरोप लगाया और कहा कि वे पाखंड की राजनीति कर रहे हैं।
शिंदे ने आगे कहा, उन्होंने बदलापुर रेलवे स्टेशन पर नौ घंटे तक रेल सेवा बाधित रखी। हम अपराधी को यहीं फांसी पर लटका देंगे। और अब, जब मुठभेड़ हुई, तो वे हमें दोषी ठहरा रहे हैं। यह पाखंड की राजनीति है, उन्होंने
कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र की जनता इस बात को लेकर बहुत समझदार है कि इस घटना पर कौन राजनीति कर रहा है। उन्होंने कहा कि वे आगामी राज्य विधानसभा चुनावों में इसका उचित जवाब देंगे।