मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रदेश में विषम वर्षा को लेकर जताई चिंता, पीड़ितों को समय पर सहायता देने की कही बात

मानसून का दौर जारी हैं और राजस्थान में भी यह जमकर बरसा हैं। लेकिन देखा गया हैं कि प्रदेश में यह विषम तौर पर बरसा हैं। प्रदेश के कई इलाकों में औसत से बहुत ज्यादा बारिश हुई हैं तो कई जगह औसत से बहुत नीचे। ऐसे में खेमे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए प्रदेश में विषम वर्षा को लेकर चिंता जताई हैं। गहलोत ने कहा कि राज्य के कुछ हिस्सों में अगस्त में भी बारिश होती है, जिससे कमी पूरी हो सकती है। मौसम विभाग के इस बार के पूर्वानुमान से भी यही उम्मीद है। जल संसाधन विभाग के डाटा के अनुसार, राज्य के 33 में से 10 जिले कम वर्षा की श्रेणी में हैं। नौ जिले सामान्य बारिश की श्रेणी में हैं और बाकी 14 जिले अत्यधिक बरसात की श्रेणी में हैं। डाटा के मुताबिक, पांच जिलों में असामान्य बारिश हुई है और अल्प वर्षा की श्रेणी में कोई भी जिला नहीं है।

गहलोत ने ट्वीट में कहा, 'राज्य के कई हिस्सों में अत्यधिक बारिश और कुछ में औसत से कम बारिश चिंता का विषय है। विभिन्न जिलों में विशेष निरीक्षण के लिए प्रशासन को निर्देश जारी किए गए हैं ताकि प्रभावितों को समय पर सहायता प्रदान की जा सके।' जल संसाधन विभाग की एक रिपोर्ट के अनुसार, एक जून से 12 अगस्त तक, राज्य में सामान्य से 8.3 फीसदी अधिक वर्षा दर्ज की गई।

समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार भारी बारिश के चलते राजस्थान के बांधों में जलस्तर में इजाफा हुआ है। है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, कुल 727 बांधों में से 117 पूरी तरह से भरे हुए हैं, 311 आंशिक रूप से भरे हुए हैं और 227 खाली हैं। 22 अन्य बांधों के बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं थी। 10 दिन पहले तक सिर्फ 39 ही पूरी तरह भरे हुए थे जबकि 336 खाली थे।