चित्तौड़गढ़: 3 दिन तक खेतों में रहेंगे इस गांव के लोग, आसुरी शक्‍त‍ियों से जुड़ा है पूरा मामला

चित्तौड़गढ़ जिले के बड़ीसादड़ी ब्लॉक स्थित देवदा गांव में ग्रामीणों ने एक अनूठी धार्मिक परंपरा को अपनाया है। कथित आसुरी शक्तियों के प्रभाव को समाप्त करने के लिए गांव के सभी लोग तीन दिन तक अपने खेतों और कुओं पर रहेंगे। इसके बाद धार्मिक अनुष्ठान के साथ वे पुनः अपने घरों में प्रवेश करेंगे। देवदा गांव के लोगों ने सामूहिक प्रयास से लगभग 15 लाख रुपये का चंदा जुटाकर एक हनुमान मंदिर का निर्माण करवाया है। मंदिर में हनुमानजी की प्रतिमा स्थापित कर प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी। ग्रामीणों का मानना है कि इस प्रक्रिया से गांव पर मौजूद नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव समाप्त होगा। इसी उद्देश्य से गांव के सभी पुरुष, महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग तीन दिनों तक अपने घरों से बाहर रहेंगे।

खेतों में टेंट लगाकर रहेंगे ग्रामीण


गुरुवार, 27 मार्च को दोपहर 1 बजे से 4 बजे के बीच गांव छोड़ने का शुभ मुहूर्त तय किया गया है। ग्रामीण गांव की सीमा से बाहर अपने खेतों में टेंट लगाकर रहेंगे और 29 मार्च तक वहीं रुकेंगे। इसी दौरान वे खेतों में भोजन, विश्राम और दैनिक क्रियाएं पूरी करेंगे। तीन दिन बाद 30 मार्च को श्रीमद्भागवत कथा प्रवचनकर्ता संत अननंतराम शास्त्री के नेतृत्व में ग्रामीण बैंड-बाजों और भजन-कीर्तन के साथ अपने घर लौटेंगे। इस अनुष्ठान को पूरे गांव के शुद्धिकरण और आध्यात्मिक उन्नति से जोड़ा जा रहा है।

गांव की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम

इस दौरान गांव की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 15-15 युवकों की टीम गठित की गई है, जो रातभर गांव में गश्त करेगी। इसके अलावा, देवदा गांव के प्रतिनिधियों ने बड़ी सादड़ी पुलिस थाना में गश्त करवाने के लिए भी आवेदन दिया है। यह अनोखी परंपरा गांववालों की आस्था और एकजुटता को दर्शाती है, जहां वे अपने धार्मिक विश्वासों के तहत एक सामूहिक अनुष्ठान संपन्न कर रहे हैं।