चीन को मिली बड़ी कामयाबी, मंगल की कक्षा में पहुंचा मानवरहित अंतरिक्षयान

अंतरिक्ष में चीन अपनी स्थिति मजबूत करने में लगा हुआ हैं और लगातार अंतरिक्षयान भेज रहा हैं। इसमें अब चीन को एक और बड़ी कामयाबी मिली हैं जिसके अनुसार मानवरहित अंतरिक्षयान तियानवेन-1 बीजिंग के समयानुसार बुधवार शाम को 7:52 बजे मंगल ग्रह की कक्षा में प्रवेश कर चुका हैं। मंगल ग्रह की कक्षा में किसी देश के यान के प्रवेश करने का यह दो दिन के अंदर दूसरा मौका है। चीन से पहले मंगलवार को संयुक्त अरब अमीरात का आर्बिटर इस लाल ग्रह की कक्षा में पहुंचा था। अगले सप्ताह अमेरिका भी अपने प्रिजर्वरेंस रोवर को मंगल ग्रह की सतह पर उतारने का प्रयास करेगा।

करीब साढे़ छह महीने का सफर कर चुका 240 किलोग्राम वजन का यह यान चीन का पहला स्वतंत्र मंगल अभियान है, जिसे मंगल पर रोवर लैंड कराने और वहां के भूजल व पुरातन समय में जिंदगी के संभावित चिन्हों का डाटा एकत्र करने के अभियान पर भेजा गया है। इससे पहले 2011 में रूस के साथ मिलकर किया गया संयुक्त प्रयास विफल हो गया था। तियानवेन-1 यान मई या जून में मंगल ग्रह पर रोवर का कैप्सूल उतारने का प्रयास करेगा। इसके बाद यह रोवर 90 दिन तक मंगल की सतह का अध्ययन करेगा। इससे पहले भारत ही पहली बार में मंगल ग्रह की कक्षा में यान भेजने में सफल रहा है।

तीनों मंगल अभियान पिछले साल जुलाई में भेजे गए थे। रूस की तरफ से 19 अक्तूबर, 1960 को भेजे गए पहले मंगलयान के बाद पिछले 61 साल में अब तक 8 देश 58 बार इस लाल ग्रह के अध्ययन के लिए यान भेज चुके हैं। इनमें सबसे ज्यादा 29 बार अमेरिका ने और 22 बार रूस (पूर्व सोवियत संघ) ने यह कारनामा किया है।