चीन : छात्रों को उइगर में निर्देश देने पर लगी पाबंदी, शैक्षणिक संस्थानों से हटाई गई भाषा

चीन में लगातार उइगर मुस्लिमों पर अत्याचार की ख़बरें आती रहती हैं। इस बीच अब चीन ने शिनजियांग प्रांत में के शैक्षणिक संस्थानों से उइगर भाषा को हटा दिया है। रेडियो फ्री एशिया के अधिकारियों के मुताबिक, उत्तर पश्चिम चीन के शिनजियांग उइगर स्वायत्त क्षेत्र के केपलिन काउंटी में छात्रों को उइगर भाषा में निर्देश देने पर पाबंदी लगा दी गई है। इलाके में ज्यादातर उइगर आबादी है। चीन ने यह कदम तब उठाया है, जब उसका कानून अल्पसंख्यकों को द्विभाषी शिक्षा के अधिकार की गारंटी देता है।

रेडियो के मुताबिक, केपलिन काउंटी के एक युवक ने ऑडियो रिकॉर्ड कर रेडियो की उइगर सेवा को भेजा था। इस ऑडियो में युवक ने शिक्षा ब्यूरो को कॉल कर पूछा था कि उसके पड़ोसी के बच्चों को स्कूल (इंटरमेंट कैंप) में कैसे भेजना है। केपलिन शिक्षा ब्यूरो के कर्मचारी ने कहा वह दो बच्चों को ला सकता है।

जब युवक ने अधिकारी से पूछा कि बच्चों को किस भाषा में शिक्षा दी जाएगी तो उसे जवाब मिला कि राष्ट्रीय भाषा या मंदारिन चीनी में। उइगर भाषा के बारे में पूछने पर उसे बताया गया कि अब क्षेत्र में राष्ट्रीय भाषा लागू कर दी गई है।