कोरोना वायरस का चीन में कहर, सड़कों पर मिल रही हैं लाशें

चीन में कोरोना वायरस (Coronavirus) से अब तक 259 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 12 हजार के करीब चीनी नागरिक इस वायरस से संक्रमित हैं। हालात अब यह हो गए है कि चीन में सड़कों पर लोगों के शव मिल रहे है। राह चलते लोग अचानक गिर रहे हैं और उनकी मौत हो रही है। ऐसी तस्वीरें भी वहां से सामने आ रही है।

'द सन' की एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन के वुहान शहर में ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। मास्क लगाए हुए एक साइकिल चालक अचानक गिरा हुआ मिलता है, और जब उसके पास मेडिसिन की टीम पहुंचकर देखती है तो वह मरा हुआ मिला।

वुहान के लोगों का कहना है कि साइकिल वाले राहगीर की मौत कोरोना वायरस से हुई है क्योंकि इन दिनों कई लोग ऐसे ही मारे गए हैं, यह बहुत ही भयानक स्थिति है।


वहीं चीन के सामने मास्क की कमी हो गई है। वहां के लोगों को वायरस के संक्रमण से बचाने में यह कमी बाधा बन रही है। मास्क का उपयोग अन्य लोगों को संक्रमण से बचाव में मददगार है।

N-95 वह मास्क है जिसके जरिए इस वायरस से बचा जा सकता है। चीन के पास अभी इस मास्क की कमी है। चीन ने भारतीय कंपनियों से इस मास्क की सप्लाई बढ़ाने की मांग की है। मेडिकल विशेषज्ञों की माने तो यह सबसे सुरक्षित मास्क है। यह PM2।5 से भी बचाता है। यह 500 से 1500 रुपये के बीच आता है। इस मास्क के साथ एक ही दिक्कत होती है कि यह काफी टाइट होता है। इसे हमेशा पहले रहना मुश्किल होता है। केरल में निपाह वायरस फैलने के दौरान भी N-95 मास्क का इस्तेमाल किया गया था। यह 95% प्रदूषण से बचाता है। जबकि, N-99 मास्क आपको 99% सुरक्षा प्रदान करता है। इन मास्क की कीमत 1000 रुपये से ऊपर होती है।

उधर वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने कोरोना वायरस को लेकर वैश्विक स्वास्थ आपातकाल घोषित किया है। WHO के मुताबिक, भारत समेत 21 देशों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं। इनमें चीन, हॉन्गकॉन्ग, दक्षिण कोरिया, अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, भारत, श्रीलंका, नेपाल, थाइलैंड, मलेशिया, कंबोडिया, जापान, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, ताइवान, मकाऊ, वियतनाम, यूएई, रूस और ब्रिटेन शामिल हैं। WHO के प्रमुख टेड्रोस एडनोम गेब्रियेसिस ने कहा कि सबसे बड़ी चिंता यह है कि वायरस सबसे खराब स्वास्थ्य सुविधाओं वाले देशों में न फैले। चीन का कहना है कि वह वायरस के खिलाफ लड़ने में पूरी तरह सक्षम है।

चीन ने कहा है कि सभी देशों को जिम्मेदार बर्ताव करना चाहिए और अत्यधिक प्रतिक्रिया से बचना चाहिए। चीन के विदेशमंत्री वांग यी ने कहा कि वे सभी विदेशी नागरिकों की सुरक्षा करने का आश्वासन देते हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि चीन अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ जिम्मेदारी की भावना और खुलेपन के सिद्धांतों का पालन करने के साथ सहयोग को मजबूत करना जारी रखेगा।

चीन में कोरोना वायरस की चपेट में आए भारतीय लोगों को वापस लाया गया है। एयर इंडिया का डबल डेकर जंबो 747 विमान चीन के वुहान एयरपोर्ट से 324 भारतीय छात्रों को लेकर शनिवार सुबह दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुंचा। इस विमान ने शुक्रवार देर रात चीन के वुहान से उड़ान भरी थी। यह विमान शनिवार की सुबह 7 बजे के बाद नई दिल्ली पहुंचा। इस विमान में दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल के 5 डॉक्टरों की टीम भी मौजूद थी। आईटीबीपी ने दिल्ली में ऐसी व्यवस्था की है, जहां 600 लोगों के इलाज, देखभाल के लिए अलग से बिस्तर की व्यवस्था रहेगी। सेना ने दिल्ली के छावला व हरियाणा के मानेसर में एक केंद्र बनाया है, जहां चीन से आए लोगों पर निगरानी रखी जाएगी। पहले यात्रियों की हवाईअड्डे पर जांच की जाएगी और उसके बाद उन्हें मानेसर स्थित केंद्र में लाया जाएगा। अगर किसी के कोरोना वायरस से ग्रसित होने की आशंका होगी तो उसे दिल्ली कैंट स्थित अस्पताल में बने एक अलग वॉर्ड में शिफ्ट किया जाएगा। चीन व भारत की सरकारों के बीच आपसी बातचीत के बाद अब यह सभी छात्र व अन्य नागरिक स्वदेश लौट रहे हैं। दिल्ली और हरियाणा में बने अस्थायी कैंप में ले जाने से पहले चीन से आने वाले सभी भारतीयों की गहन जांच की जाएगी, जिसमें थर्मल स्क्रीनिंग भी शामिल है।