झुंझुनूं : ACB ने कसा पीपी और टाइपिस्ट पर शिकंजा, दहेज केस से नाम हटाने पर मांगी 55 हजार की रिश्वत

झुंझुनूं में कोर्ट परिसर में रिश्वतखोरी का मामला सामने आया हैं जहां दहेज केस से नाम हटाने की एवज में 55 हजार की रिश्वत मांगी गई। इस मामले में ACB ने शिकंजा कसते हुए पीपी और टाइपिस्ट को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया हैं। एसीबी द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपी पीपी मोहम्मद खादिम चिड़ावा बार का अध्यक्ष भी है। दोनों आरोपियों के पास मौजूद दस्तावेज भी खंगाले जा रहे हैं। इसमें दो पुलिस वालों की भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही हैं। कार्रवाई की भनक लगते ही चिड़ावा पुलिस थानाधिकारी लक्ष्मी नारायण और कांस्टेबल अनिल कुमार फरार हो गए। दोनों की फिलहाल तलाश जारी है।

शुक्रवार को जिले की चिड़ावा कोर्ट परिसर में ACB ने कार्रवाई को अंजाम दिया। यहां से पब्लिक प्रॉसीक्यूटर (PP) और एक टाइपिस्ट को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया। ACB ने बताया कि पीड़ित ने रिपोर्ट दी थी कि उसके खिलाफ चिड़ावा में दहेज का मामला दर्ज है। इस मुकदमें में परिवादी की मदद करने के लिए पीपी मोहम्मद खादिम और चिड़ावा थाने के कांस्टेबल अनिल कुमार ने 55 हजार रुपये मांगे। इसकी सूचना मिलने पर ACB ने अपने स्तर से जांच कराई। शिकायत सही पाए जाने पर शुक्रवार को ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दिया गया। पीड़ित शुक्रवार को रकम लेकर मोहम्मद खादिम के पास पहुंचा। खादिम ने रकम कोर्ट परिसर के बाहर बैठे टाइपिस्ट जितेंद्र कुमार को देने के लिए कहा। ACB ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।