बोरियत दूर करने के लिए लॉकडाउन तोड़ रायगढ़ पहुंचे छत्तीसगढ़ के मंत्री कवासी लखमा

ऐसे वक्त में जब लोग अपने-अपने घरों में बंद हैं, केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से हिदायत दी जा रही है कि बाहर न निकले, ऐसे में छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार में मंत्री कवासी लखमा ने देशव्यापी लॉकडाउन का उल्लंघन किया और उन्होंने रायपुर से रायगढ़ की दूरी तय कर ली और बाबा सत्यनारायण के दर्शन किया। रायपुर से रायगढ़ के बीच 3 जिले पड़ते हैं, सबको पार करते हुए कोरोना वायरस संकट के बीच बाबा सत्यनारायण से मुलाकात करने लॉकडाउन में ही पहुंच गए। जब पत्रकारों ने लॉकडाउन तोड़ने पर सवाल किया तो कवासी लखमा ने जवाब दिया, 'मैं रायपुर में बैठे-बैठे बोर हो रहा था। तभी अचानक से रात में रायगढ़ आने की योजना बनाई और पहुंच गया।'

छत्तीसगढ़ के आबकारी मंत्री कवासी लखमा अकेले नहीं आए थे। कोसामनारा आश्रम में बाबा सत्यनारायण का दर्शन करने उनके साथ पूरा काफिला आया था। रायगढ़ पहुंचने के बाद मंत्री के ठहरने के लिए एक थ्री स्टार होटल में व्यवस्था की गई। जब पूरा छत्तीसगढ़ प्रदेश लॉकडाउन का पालन कर रहा है, वहीं मंत्री की तीर्थ यात्रा काफी चौंकाने वाली है।

भूपेश बघेल सरकार के कवासी लखमा ऐसे मंत्री हैं, जिन्होंने कभी स्कूल का मुंह तक नहीं देखा। उनका जन्म साल 1953 में सुकमा जिले के नागारास गांव में हुआ था। मूल रूप से किसानी का काम करने वाले लखमा राज्य के गठन के बाद से ही लगातार चुनाव जीतते रहे हैं। वो बस्तर की कोंटा सीट से विधायक हैं।
बता दे, छत्तीसगढ़ में अब तक 36 कोरोना संक्रमित पाए गए। 27 केस अकेले कटघोरा (कोरबा) के हैं। रायपुर में 5, बिलासपुर, राजनांदगांव, दुर्ग और कोरबा में एक-एक मरीज मिले हैं। अब तक 11 एक्टिव केस हैं। बाकी को स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्‌टी दे दी गई। छत्तीसगढ़ में अब मरीज डाॅक्टरों से ऑनलाइन सलाह ले सकते हैं। इसके लिए जल्द ही एक वेबसाइट शुरू की जाएगी। इस बेबसाइट में मरीजों को ऑनलाइन कंसल्टेशन फ्री मिल सकेगा। जरूरत होने पर अस्पताल लाने और ले जाने के लिए एंबुलेंस और लैब की सुविधा मिलेगी। सरकार ने यह फैसला निजी अस्पतालों और क्लिनिक के बंद होने के चलते लिया है।