छत्‍तीसगढ़ विधानसभा चुनाव : 8 सीटों पर 4:30 बजे तक 56% मतदान

5 राज्‍यों में होने वाले विधानसभा चुनावों की शुरुआत आज (12 नवंबर) से हो गई। इसके तहत आज छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण की 10 सीटों पर मतदान खत्म हो गया। इन सीटों पर तीन बजे तक वोटिंग होनी थी। बाकी 8 सीटों पर शाम 5 बजे तक वोट डाले जाएंगे। शाम 4:30 बजे तक कुल 56.58 फीसदी मतदान हुआ।
दंतेवाड़ा के निलावाया, बुरगुम, पोटाली, नहाडी, काकड़ी, बर्रेम, जबेली, रेवाली, एटपाल, जियाकोडता, पूजारी पाल और मुलेर के ग्रामीणों को बंधक बनाया गया है। एडिशनल एसपी जीएन बघेल ने बताया कि इन गांवों में वोटिंग बूथ खुले हैं, लेकिन वोट डालने के लिए कोई नहीं आ रहा। नक्सली ग्रामीणों को ले गए हैं और उन्हें बंधक बनाकर रखा है। सुरक्षाबलों की टीमें जंगलों में सर्च के लिए रवाना की गईं हैं। वहीं, 3 बजे तक राजनांदगांव की मोहला-मानपुर, कांकेर की अंतागढ़, भानुप्रतापपुर और कांकेर, कोंडागांव जिले के केशकाल व कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा के कोंटा में मतदान खत्म हो गया।

छत्‍तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में मतदाताओं के बीच भी उत्‍साह देखने को मिल रहा है। नक्‍सल प्रभावित सुकमा के दोरनापल के एक मतदान केंद्र में 100 वर्षीय बुजुर्ग महिला भी खुद चलकर मतदान करने आईं। इससे वहां मौजूद अन्‍य मतदाताओं में भी उत्‍साह बढ़ गया। उधर, वोटिंग के पहले सुबह 5:30 बजे नक्‍सलियों ने दंतेवाड़ा के कातेकल्‍यान ब्‍लॉक के तुमकपाल कैंप के पास आईईडी से ब्‍लास्‍ट किया। हालांकि इस ब्‍लास्‍ट में कोई भी हताहत नहीं हुआ है। घटना की जानकारी देते एंटी नक्‍सल ऑपरेशंस के एआईजी देवनाथ ने कहा कि नक्‍सलियों ने सोमवार सुबह करीब 5:30 बजे सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के मकसद से तुमकपल-नयानर रोड पर आईईडी ब्‍लास्‍ट किया है। इस दौरान पोलिंग पार्टी और सुरक्षा बलों को कोई नुकसान नहीं हुआ है। ब्‍लास्‍ट के बाद पोलिंग पार्टी को सुरक्षित नयानर पोलिंग बूथ संख्‍या 183 पर पहुंचाया गया।

नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा के चिंतागुफा पोलिंग बूथ पर एक दिव्यांग शख़्स मतदान के लिए पहुंचा। सुरक्षाबलों ने उसकी मदद की।

पिछली बार डला था एक वोट, वहीं इस बार सुबह 9 बजे तक 100 से अधिक वोट पड़े

सुकमा के भेज्‍जी में जहां पिछली बार एक ही वोट पड़ा था, वहीं इस बार सुबह 9 बजे तक यहां 100 से अधिक वोट पड़े। इसी तरह गोरखा गांव के मतदान केंद्रों में भी इस बार 20 वोट पड़े हैं। इससे पहले यहां कभी वोटिंग ही नहीं हुई थी।

वहीं चुनाव आयोग ने जानकारी दी है कि छत्‍तीसगढ़ के कुल 4336 मतदान केंद्रों में से 53 पर तकनीकी खामी के चलते वोटिंग देर से शुरू हुई। हालांकि सभी 100 फीसदी मतदान केंद्रों पर सामान्‍य रूप से मतदान हो रहा है। इनके बाहर लोगों की लंबी कतारें लगी हैं। कोंडागांव जिले के दो विधानसभा कोंडागांव केशकाल से लगभग 40 ईवीएम मशीन में तकनीकी खराबी के चलते कई जगह मतदान में देरी हुई।

15 प्रतिशत मशीनों में खराबी की बात सामने आई है। केशकाल में 16, विश्रामपुर में 10 और फरसगांव 11 के साथ ही कोंडागांव के कई केंद्रों से शिकायत आ रही है। बताया जा रहा है मतदान केंद्रों पर तैनात मतदान कर्मचारियों को ईवीएम को समझने में पेरशानी हो रही है।

राजनांदगांव के सांगवरी स्थित कमला कॉलेज में बनाए गए पिंक पोलिंग बूथ में सुबह करीब आठ बजे ईवीएम में तकनीकी खराबी की वजह से वोटिंग कुछ देर के लिए रुक गई थी। हालांकि खराबी को ठीक करके मतदान दोबारा शुरू हो गया है। वहीं अंतागढ़ के श्याम नगर, बोंदानार, बालक शाला में वीवीपैट और ईवीएम में खराबी आई है। इससे वहां मतदाताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि मतदान करने के बाद वीवीपैट से पर्ची नहीं निकल रही।

अधिकारियों ने बताया कि नक्सल प्रभावित मोहला-मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोण्डागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोण्टा में सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ तथा दोपहर तीन बजे तक मतदान होगा। वहीं विधानसभा क्षेत्र खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट में सुबह आठ बजे मतदान शुरू हुआ और शाम पांच बजे तक मतदान होगा।

जिन विधानसभा क्षेत्रों में आज मतदान हो रहा है वहां सुबह से ही मतदाताओं की कतार लग गई थी और वे अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। मतदान शुरू होने के बाद उन्होंने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। सुबह मतदान करने के लिए महिला मतदाता भी बड़ी संख्या में मतदान केंद्रों पर पहुंच गई थी। वहीं, युवा मतदाताओं में उत्साह देखा गया है। मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त ओपी रावत ने छत्‍तीसगढ़ में सोमवार को हो रहे पहले चरण के चुनाव को लेकर जानकारी दी है कि इन चुनावों के लिए करीब 900 मतदानकर्मियों को मतदान केंद्रों तक हेलिकॉप्‍टर से सुरक्षित पहुंचाया गया है। साथ ही करीब 16,500 मतदानकर्मियों को सड़क के रास्‍ते पहुंचाया गया है। उनका मानना है कि शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए तैयारियां ठीक हैं। पहले चरण में 18 विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री रमन सिंह समेत 190 प्रत्याशी मुकाबले में हैं। 8 विधानसभा में सुबह 8 से शाम 5 बजे तक मतदान होगा। इनमें खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, बस्तर, जगदलपुर, चित्रकोट हैं। राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू ने रविवार को बताया था कि राज्य में शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। राज्य में सुरक्षा बल के लगभग सवा लाख जवानों को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि राज्य में चुनाव कार्य के लिए केंद्र से लगभग 65 हजार जवानों को यहां भेजा गया है। जिनमें अर्धसैनिक बल और पुलिस बल के जवान शामिल हैं। क्षेत्र में सुरक्षा बल के जवान लगातार गश्त में हैं तथा पड़ोसी राज्यों की पुलिस के साथ भी बेहतर तालमेल बनाकर अभियान चलाया जा रहा है। क्षेत्र में संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए मोबाइल चेक पोस्ट भी बनाए गए हैं।

साहू ने बताया कि विधानसभा क्षेत्र मोहला-मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोण्डागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोण्टा में सुबह सात से दोपहर तीन बजे तक मतदान होगा। वहीं विधानसभा क्षेत्र खैरागढ, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट में सुबह आठ बजे शाम पांच बजे तक मतदान होगा। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में कुल मतदान केन्द्रों की संख्या 4336 है। जहां 31,80,014 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।

इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 15,57,435 तथा महिला मतदाताओं की संख्या 16,22,492 है। वहीं 87 मतदाता तृतीय लिंग के हैं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि प्रथम चरण में निर्वाचन सम्पन्न कराने के लिए कुल 19079 कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है। साहू ने बताया कि दुर्गम और संवेदनशील क्षेत्रों के मतदान केन्द्रों में कुल 942 मतदान कार्मिकों को हेलीकाप्टर के माध्यम से भेजा जा चुका है। जिनमें से बीजापुर जिले में 329 मतदान कर्मी, सुकमा जिले में 206, कांकेर जिले में 271, नारायणपुर जिले में 103, बस्तर जिले में 22 और कोण्डागांव जिले में 11 मतदान कर्मियों को हेलीकाप्टर से भेजा गया है। शेष 16,400 मतदान कर्मिकों को बस के माध्यम से मतदान केन्द्रों के लिये रवाना किया गया।

अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा कारणों से 201 मतदान केंद्रों को दूसरी जगह स्थानांतरित किया गया है। जिसमें सुकमा जिले 40 मतदान केंद्र, बस्तर जिले के दो, बीजापुर जिले के 76, नारायणपुर जिले के 18, दन्तेवाड़ा जिले के 21, कोण्डागांव जिले के चार, कांकेर जिले के 28 और राजनांदगांव जिले के 12 मतदान केंद्र शामिल है। उन्होंने बताया कि सभी 18 विधानसभा क्षेत्रों के मतदान केन्द्रों में शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष निर्वाचन के लिए सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं। मतदान दिवस को मतदान केन्द्रों में निर्वाचन के लिये मतदान दलों के अलावा 435 सेक्टर ऑफिसर लगाए गए हैं। जो प्रत्येक दो घण्टे पर मतदान प्रतिशत की जानकारी अपने रिटर्निंग ऑफिसर को उपलब्ध कराएंगे। मतदान दिवस के दिन प्रत्येक मतदान केन्द्र में बी।एल।ओ। उपस्थित रहेंगे। उनके पास वर्ण क्रमानुसार मतदाता सूची उपलब्ध रहेगी। जिससे मतदाता यह जान सकेंगे कि उनका नाम किस क्रमांक पर है।

साहू ने बताया कि प्रथम चरण में कुल मतदान केन्द्र 4336 हैं। जहां 4336 कंट्रोल युनिट, 4336 व्हीव्हीपीएटी मशीन और 5049 बैलेट युनिट लगाया गया है। वहीं आठ जिलों में 30 संगवारी मतदान केंद्र भी बनाया गया है जहां महिला कर्मचारियों को तैनात किया गया है।

अधिकारी ने बताया कि 18 विधानसभा क्षेत्रों में से तीन विधानसभा क्षेत्र जगदलपुर, राजनांदगांव तथा खुज्जी में निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थी की संख्या 16 से अधिक होने के कारण दो बैलेट यूनिट का उपयोग किया जा रहा है। शेष विधानसभा क्षेत्रों में एक बैलेट यूनिट का उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण के 18 विधानसभा क्षेत्रों के कुल 4336 मतदान केन्द्रों में से 252 मतदान केन्द्रों पर वेब कास्टिंग की सुविधा उपलब्ध करायी गई है जिसके माध्यम से भारत निर्वाचन आयोग उन मतदान केन्द्रों पर नजर रख सकता है।