छत्तीसगढ़ / 5 फीट सुरंग खोदकर बैंक में घुसे चोर, मगर सफल नहीं हो पाए

छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन के बाद अब बैंक और एटीएम में चोरी का खतरा मंडराने लगा है। रविवार रात को कांकेर के सरोना इलाके मुड़पार सहकारी बैंक में बदमाशों ने चोरी की वारदात को अंजाम देने की कोशिश की हालाकि, वे अपने प्लान में कामयाब नहीं हो पाए। बदमाश कैशियर के चैंबर के बाहर बिम के नीचे से खुदाई कर पांच फीट की छोटी सुरंग बनाकर बैंक में घुसे और उस कमरे तक पहुंच गए जहां 17 लाख रुपए से भरी एक तिजोरी रखी हुई थी। हालांकि तिजोरी तोड़ पाने में वह सफल नहीं हो पाए। दुधावा पुलिस स्टेशन के टीआई के मुताबिक, चोर सुरंग बनाकर कैशियर के चैंबर तक पहुंचे। यहां फ्लोर टाइल्स को तोड़ बैंक में दाखिल हुए। कैशियर के चेंबर में ही रकम से भरी तिजोरी रखी थी। चोरों ने इसे तोड़ने कोशिश की। हैंडल तोड़ लिया लेकिन तिजोरी तोड़ने में कामयाब नहीं हो सके। तीन दिन पहले ही बैंक में 20 लाख रूपए आए थे जिसमें से करीब 17 लाख रुपए इसी तिजोरी में रखे थे।

चोरों ने बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरे को कपड़े से ढंक दिया। साथ ही अपना चेहरा मास्क से छिपाकर कमरे के अंदर घुसे। पुलिस ने स्निफर डॉग को बुलवाया जो मुड़पार से सरोना की ओर 200 मीटर जाकर रुक गया। मौके से एक टार्च भी बरामद हुई है।

पुलिस का कहना है कि चोरी करने से पहले कर बैंक में आ चुके थे। वे बैंक भवन के चप्पे चप्पे और वहां के कर्मचारियों से अच्छी तरह वाकिफ होंगे। रेकी के बाद ही चोरी करने का प्लान बनाया गया। चोरों को बता था कि कहा पर सुरंग बनाई जाए जिससे सीधे तिजोरी वाले कमरे में पहुंचा जा सके। यह भी पता था कि बैंक का चपरासी रविवार को छुट्‌टी पर होने के चलते शनिवार शाम घर चला जाता है। चौकीदार शनिवार और रविवार दोनों रात बैंक में नहीं था। चोर ने जिस दीवार की ईट निकाली है वहां और भी कई नई ईंट दिखाई दे रही हैं। इससे आशंका है कि चोर वहां दो दिन से कोशिश कर रहा था। पहले दिन ईंट निकालने के बाद उसे वापस ढंकने के लिए आसपास से नईं ईंट लाई गई ताकि किसी को इसका पता नहीं चले।

वहीं, राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की बात करे तो यहां सोमवार को कोरोना के 53 नए मरीज मिले हैं। इनमें कोरबा से 16, रायपुर व बिलासपुर से 7-7, मुंगेली से 4, बलौदाबाजार से 3, बलरामपुर, दुर्ग व कोंडागांव से 2-2 और कोरिय का एक मरीज शामिल हैं। छत्तीसगढ़ में सोमवार को देर रात तक मरीजों की संख्या बढ़कर 1 हजार 717 पर पहुंच गई है। इनमें से 875 अस्पताल में भर्ती हैं। इस बीच, राहत की खबर है कि 116 मरीजों स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है।