तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई से शर्मनाक मामला सामने आया है। यहां 11 साल की बच्ची के साथ 7 महीने तक 22 लोगों ने बलात्कार किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये आरोपी पीड़िता को नशीली कोल्ड ड्रिंक पिलाकर अपनी हवस का शिकार बनाते थे। इतना ही नहीं बेहोशी की हालत में बच्ची का बलात्कार करते समय उसका वीडियो भी बनाते थे। इन 22 आरोपियों में सिक्योरिटी गार्ड, लिफ्टमैन और प्लंबर शामिल है। 11 वर्षीय लड़की के कथित तौर पर यौन शोषण के संबंध में गिरफ्तार किए गए कुछ आरोपियों से मंगलवार को अदालत के परिसर में वकीलों के एक समूह ने मारपीट की। इस बीच, मद्रास उच्च न्यायालय वकील संघ (एमएचएए) के अध्यक्ष जी मोहनकृष्णन ने बताया कि संघ ने कथित अपराध की प्रकृति पर विचार करते हुए मामले में आरोपियों की ओर से पैरवी ना करने का फैसला किया है।
इस घटना का समाचार एजेंसी एएनआई ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें चेन्नई स्थित महिला अदालत में 11 साल की बच्ची से रेप के 18 आरोपियों की वकील जमकर पिटाई करते हुए देखें जा रहे हैं। गौरतलब है कि एक अपार्टमेंट में लड़की से बार-बार कई व्यक्तियों द्वारा यौन शोषण करने की घटना को लेकर काफी जन आक्रोश है। आरोपी जब महिला अदालत की सीढ़ियों से नीचे आ रहे थे तो वकीलों का गुस्साया समूह उन पर झपट पड़ा। आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। अदालत परिसर में ड्यूटी पर तैनात महिला कांस्टेबल आरोपियों को हमले से बचा नहीं पाई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
यह यह घटना चेन्नई के पुरासवल्कम अपार्टमेंट की है। पुलिस ने इस संबंध में 18 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है और घटना में शामिल बाकी के आरोपियों की तलाश की जा रही है। इस मामले में जांच अधिकारी ने कहा कि आरोपी बच्ची को ब्लैकमेल करते थे। इसी वजह से वह इतने लंबे समय से चुप रही। वह बच्ची की वीडियो को रिलीज करने और उसे हिंसक धमकियां दिया करते थे।
बच्ची के साथ यह दरिंदगी लगातार हो रही थी। इसी बीच शनिवार को दिल्ली से आई अपनी बहन को उसने घटना के बारे में बताया कि वह किस मानसिक और शारीरिक आघात से गुजर रही है। बहन ने इसके बारे में बच्ची के माता-पिता को बताया। जिन्होंने अयानवारम ऑल वुमेन पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई।
बच्ची ने पुलिस को बताया, '66 साल के रवि कुमार, पेशे से लिफ्टमैन ने सबसे पहले उसका यौन शोषण किया था। 300 फ्लैट वाले इस अपार्टमेंट के ज्यादातर फ्लैट खाली पड़े हैं। बच्ची ने बताया कि तीन दिन बाद रवि शराब पीए हुए दो लोगों को लेकर आया जिन्होंने उसके साथ बलात्कार किया और इसकी वीडियो बनाई। इसके बाद लगातार दूसरे लोग यौन शोषण में जुड़ते गए।'
पुलिस अधिकारी ने कहा, 'जैसे ही बच्ची स्कूल से घर आती थी। वैसे ही रवि बच्ची को लेकर चला जाता था और फिर बेसमेंट, पब्लिक वाशरुम, छत और जिम में वह और उसके साथी बच्ची का शोषण करते थे।' बहुत से फ्लैट खाली पड़े हैं इसलिए आरोपियों को अपराध करने के बाद छुपने में आसानी होती थी। सभी आरोपी फोकस नाम की सिक्योरिटी कंपनी के कर्मचारी हैं।
पुलिस ने बताया, 'लड़की के पिता काम के सिलसिले में पूरे दिन घर से दूर रहते थे। पीड़िता की मां गृहिणी है वह अपनी बेटी के लंबे समय तक गायब रहने को लेकर चिंता में रहती थी कि वह अपार्टमेंट के अपने दोस्तों के साथ खेल रही है।' बच्ची के माता-पिता उसे किलपौक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल इलाज के लिए लेकर गए। बच्ची का परीक्षण करने के बाद डॉक्टर्स ने कहा कि बहुत सारे आदमियों ने उसका बलात्कार किया है। पुलिस ने 18 संदिग्धों को पॉक्सो कानून के तहत गिरफ्तार कर लिया है। महिला कोर्ट में बच्ची के बयान दर्ज करवाएं गए हैं।