RLD प्रमुख नहीं रहे! जाट समुदाय के बड़े नेता थे चौधरी अजित सिंह; रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राहुल गांधी समेत कई नेताओं ने जताया शोक

राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह का 82 साल की उम्र में कोरोना से निधन हो गया। चौधरी अजित सिंह 20 अप्रैल से कोरोना से संक्रमित हुए थे। उनका इलाज गुडगांव के एक निजी अस्पताल में चल रहा था। फेफड़ों में इन्फेक्शन फैलने से उन्हें निमोनिया भी हो गया था। पिछले दो दिनों से उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी।

जाट वर्ग के बड़े नेता माने जाते थे अजित सिंह

चौधरी अजित सिंह देश के पूर्व प्रधानमंत्री और किसान नेता चौधरी चरण सिंह के पुत्र थे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चौधरी अजित सिंह जाट वर्ग के बड़े नेता माने जाते थे। चौधरी अजित सिंह ने साल 1986 से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी। 1986 में वह राज्यसभा भेजे गए थे। 1987 से 1988 तक लोकदल (ए) और जनता पार्टी के अध्यक्ष पद भूमिका निभाई। 1989 में अपनी पार्टी का विलय जनता दल में कर दिया। अजित सिंह 6 बार लोकसभा और एक बार राज्यसभा सांसद रहे।

वह केंद्र में वीपी सिंह, देवेगौड़ा, इंद्रजीत सिंह गुजराल व मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री भी रहे हैं। 2014 व 2019 के लोकसभा में उनको हार झेलनी पड़ी जबकि उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी का प्रदर्शन पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी काफी निराश करने वाला रहा। वह अपने गढ़ बागपत से लोकसभा चुनाव हार गए। उनके बेटे जयंत चौथरी भी मथुरा लोकसभा से चुनाव हारे। उनकी पार्टी ने समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर पंचायत चुनाव में इस बार शानदार प्रदर्शन किया। इनकी पार्टी ने बागपत, मेरठ, शामली, अलीगढ़ व मथुरा में जीत हासिल की। बागपत में जिला पंचायत सदस्य पद पर रालोद ने 20 में से सात पर जीत दर्ज की। मेरठ में छह तथा शामली में पार्टी को पांच सीट पर जीत मिली।

कई नेताओं ने जताया शोक

RLD प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह के निधन पर देशभर के नेताओं ने शोक जताया है।

पीएम मोदी ने ट्वीट किया,' पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। वे हमेशा किसानों के हित में समर्पित रहे। उन्होंने केंद्र में कई विभागों की जिम्मेदारियों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति!'

राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी अजीत सिंह के निधन शोक व्‍यक्‍त किया है। उन्‍होंने लिखा, 'राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख और पूर्व केन्द्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह के निधन की सूचना से दुख‌ हुआ। उन्होंने किसानों के हित में हमेशा आवाज उठायी। जनप्रतिनिधि व मंत्री के रूप में उन्होंने देश की राजनीति पर अलग छाप छोड़ी। उनके परिवार और शुभचिंतकों के प्रति मेरी शोक संवेदनाएं।'

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'चौधरी अजीत सिंह के निधन का समाचार बेहद पीड़ादायक हैं। अपने लम्बे सार्वजनिक जीवन में वे हमेशा जनता और जमीन से जुड़े रहे। साथ ही किसानों, मजदूरों एवं अन्य निर्बल वर्गों के हितों के लिए संघर्ष भी करते रहे। उनके शोकाकुल परिवार और समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनाएं। ॐ शान्ति।'

उधर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी अजित सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'राष्ट्रीय लोक दल प्रमुख अजित सिंह जी के असमय निधन का समाचार दुखद है। उनके परिवार और प्रियजनों को मेरी संवेदनाएं।'

यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, 'किसानों और मजदूरों के मसीहा पूर्व केंद्रीय मंत्री और आरएलडी प्रमुख चौधरी अजीत सिंह जी का आकस्मिक निधन। अपूरणीय क्षति! ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोक संतप्त परिजनों को दुख की इस घड़ी में संबल प्रदान करे।अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि।

पेशे से कम्प्यूटर साइंटिस्ट थे अजित सिंह

चौधरी अजित सिंह आईआईटी खड़गपुर से बीटेक पासआउट थे। चौधरी अजित सिंह ने अमेरिका के इलिनाइस इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी में पढ़ने के बाद 17 साल तक अमेरिका में कॉरपोरेट जगत में काम किया। वह पेशे से कम्प्यूटर साइंटिस्ट थे और 1960 के दशक में आईबीएम के साथ काम करने वाले पहले भारतीयों में से एक थे। उनके निधन से पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच शोक की लहर है।