चन्नी के बयान ने राजनीतिक बखेड़ा खड़ा किया, अमृतपाल सिंह के समर्थन पर भड़की भाजपा

नई दिल्ली। पंजाब के कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने अमृतपाल सिंह को लेकर गुरुवार को लोकसभा में कुछ ऐसा कह दिया कि इससे राजनीतिक बखेड़ा खड़ा हो गया है। चन्नी ने दावा किया कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने विवादास्पद खडूर साहिब के सांसद अमृतपाल सिंह की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाया है। इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि चन्नी देशद्रोही की तरह व्यवहार कर रहे हैं। बिट्टू की लोकसभा में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री के साथ तीखी नोकझोंक हुई।

बिट्टू ने कहा, एक पूर्व सीएम देशद्रोही की तरह व्यवहार कर रहे हैं और सदन के माध्यम से पूरे देश को गुमराह कर रहे हैं। चन्नी ने कहा कि किसानों पर एनएसए लगाया गया है। लेकिन यह किस पर लगाया गया है - यह उन पर लगाया गया है जो देश और पंजाब को तोड़ना चाहते थे। चन्नी का ये कहना कि किसानों के खिलाफ एनएसए लगाया गया है और यह गलत है। एक पूर्व सीएम ने देश और पंजाब को तोड़ने की बात कही है। कांग्रेस और राहुल गांधी उनके सामने बैठे थे और उनसे यह कहलवा रहे थे। जब हमने उनसे सदन में सबूत लाने के लिए कहा, तो वे बैकफुट पर चले गए और उनके पास कोई जवाब नहीं था। कांग्रेस पार्टी और पूरा इंडी गठबंधन उनके कारण शर्मिंदा है।

भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने दावा किया कि चन्नी ने आतंकवादियों के समर्थन में बात की है और उन्हें कांग्रेस से निष्कासित कर देना चाहिए। उन्होंने कहा, चरणजीत सिंह चन्नी आतंकवादियों के समर्थन में बोल रहे हैं और कनाडा में बैठे कुछ राष्ट्रविरोधी तत्वों के निर्देश पर काम कर रहे हैं। कांग्रेस को उन्हें निष्कासित कर देना चाहिए। अगर कांग्रेस उनके खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रहती है, तो इसका मतलब है कि वे भी ऐसे राष्ट्रविरोधी लोगों से जुड़े हुए हैं।

बजट पर बहस के दौरान बोलते हुए चरणजीत सिंह चन्नी ने दावा किया कि भाजपा सरकार ने देश में अघोषित आपातकाल लगा दिया है। उन्होंने कहा, वे (भाजपा) हर दिन आपातकाल के बारे में बोलते हैं। लेकिन आज देश में अघोषित आपातकाल के बारे में क्यों नहीं बोलते?... यह भी आपातकाल है कि एक व्यक्ति जिसे पंजाब में 20 लाख लोगों ने सांसद के रूप में चुना था, वह एनएसए के तहत सलाखों के पीछे है। वह यहां अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के विचार प्रस्तुत करने में असमर्थ है। यह भी आपातकाल है। चन्नी का इशारा अमृतपाल सिंह की ओर था, जो 2024 का लोकसभा चुनाव जीकर सांसद बना है। चन्नी फिलहाल राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत असम की जेल में बंद है। चन्नी ने दावा किया कि जब किसानों ने अपने अधिकार मांगे तो उन्हें खालिस्तानी घोषित कर दिया गया।