नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 के परिणामों ने राजनीतिक विश्लेषकों, नेताओं, पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ-साथ आम जनता को भी हैरान कर दिया है। 400 पार का नारा देने वाली भाजपा जहाँ अपने दम पर बहुमत के आंकड़े से दूर रह गई है, तो वहीं 18वीं लोकसभा में भाजपा के साथ अहम भूमिका में चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी (TDP) और नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (JDU) होने वाली है।
वहीं दूसरी ओर सरकार का गठन होने से पूर्व ही NDA में विभागों को लेकर चर्चाएँ होने लग गई हैं। इन चर्चाओं में कहा जा रहा है कि चन्द्रबाबू नायडू अपनी पार्टी के लिए भाजपा से लोकसभा अध्यक्ष का पद माँग सकती है। इस पद के अतिरिक्त वह 5 और अहम मंत्रालय भी एनडीए गठबंधन से माँग सकते हैं। साथ ही चर्चाएं हैं कि चंद्रबाबू नायडू को एनडीए का संयोजक बनाए जाने पर विचार हो सकता है। चंद्रबाबू नायडू आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग भी कर सकते हैं।
इस बार लोकसभा चुनावों में भाजपा अपने बूते पर सरकार बनाने की स्थिति में नहीं है। उसे 272 का आंकड़ा प्राप्त नहीं हुआ है। वह 240 सीटों के साथ देश की सबसे बड़ी पार्टी के रूप में जरूर सामने आई है लेकिन वह सरकार बनाने की स्थिति में नहीं है।
सरकार बनाने के लिए भाजपा को अपने सहयोगी दलों पर निर्भर रहना पड़ रहा है, जिनमें चन्द्रबाबू नायडू की TDP सबसे बड़ृी सहयोगी पार्टी है, जिसे आंध्र प्रदेश में 16 सीटें मिली हैं। आज एनडीए की मीटिंग है। इस मीटिंग से पहले टीडीपी के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने एक बड़ा बयान दिया है।
आज दिल्ली में एनडीए के मीटिंग है जिसमें एनडीए के सभी दल हिस्सा लेंगे। इस
मीटिंग के लिए नायडू भी कुछ देर में रवाना होंगे। मीटिंग के लिए रवाना
होने से पहले नायडू ने एक बड़ा बयान दिया है। नायडू ने कहा, “मैं अनुभवी
हूं और मैंने इस देश में कई राजनीतिक बदलाव देखे हैं। हम एनडीए में हैं और
रहेंगे। मैं एनडीए की मीटिंग में शामिल होने जा रहा हूं।”