मोहाली वीडियो लीक: ब्लैकमेलिंग के जाल में फंस गई थी छात्रा, मोबाइल से 12 वीडियो रिकवर

चंडीगढ़ की यूनिवर्सिटी के गर्ल्स हॉस्टल में लड़कियों के वीडियो लीक होने के मामले में छात्रा के मोबाइल से एक दर्जन से ज्यादा वीडियो रिकवर कर लिए हैं साथ ही चौथे आरोपी की एंट्री हो गई है।

पुलिस का कहना है कि रिकवर किए गए सभी वीडियोज उसके अपने हैं। पुलिस ने वॉट्सएप चैट ट्रांसक्रिप्शन भी हासिल की है, जिसके मुताबिक आरोपी छात्रा किसी मोहित से चैट कर रही थी। वह छात्रा को वीडियो और फोटोज डिलीट करने को कह रहा है। इस पर आरोपी छात्रा कहती है, 'आज मरवा ही दिया था। क्योंकि एक छात्रा ने उसे एक नहाती हुई छात्रा की फोटो लेते हुए देख लिया था।'

आपको बता दे, पुलिस ने वीडियो लीक मामले में तीन आरोपियों (छात्रा, उसका बॉयफ्रेंड सनी मेहता और उसका दोस्त रंकज वर्मा) को हिरासत में लिया है। जिनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने आरोपी छात्रा के अलावा उसके बॉयफ्रेंड और उसके दोस्त से तीन मोबाइल फोन बरामद किए हैं, जिनकी फॉरेंसिक जांच की जा रही है। पुलिस ने छात्रा का लैपटॉप भी कब्जे में लिया है।

ब्लैकमेलिंग के जाल में फंस गई थी छात्रा

आरोपी छात्रा ने अपने बॉयफ्रेंड सनी मेहता को खुद के ही वीडियो भेजकर मुसीबत मोल ले ली थी। बॉयफ्रेंड धोखेबाज निकला और उसने सभी वीडियोज अपने दोस्त रंकज वर्मा के साथ साझा कर दिए। फिर रंकज उसके वीडियो को वायरल करने के नाम पर उससे दूसरी छात्राओं के वीडियो और फोटो की डिमांड कर रहा था। शुरुआती जांच में सामने आया है कि रंकज वर्मा और छात्रा का बॉयफ्रेंड सनी मेहता सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव है। आरोपी छात्रा का बाकायदा बयान है कि उसका बॉयफ्रेंड सनी मेहता उसे ब्लैकमेल कर रहा था, उसके पास उसका अश्लील वीडियो था, जिसे वायरल करने की धमकी देकर वो दूसरी लड़कियों का वीडियो बनाने के लिए दबाव डाला था।

सनी मेहता ने आरोपी छात्रा का वीडियो अपने दोस्त रंकज वर्मा के साथ भी शेयर किया था। इस केस में पहले दिन से ब्लैकमेल का एंगल सामने आया था। पहले दिन ही ब्लैकमेलर सनी मेहता का नाम सामने आया। उसी दिन सनी के दोस्त रंकज वर्मा का पता चल गया दोनों फौरन पुलिस के रडार पर भी आ गए।

इसके बाद हिमाचल पुलिस ने दोनों को दबोच कर पंजाब पुलिस को सौंपा। कल आरोपी छात्रा के साथ दोनों की कोर्ट पेशी हुई। कोर्ट ने तीनों को 7 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। इसके बाद पुलिस की पूछताछ में तीनों अहम खुलासे कर रहे हैं। 6 लड़कियों ने आरोपी छात्रा को वीडियो बनाते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया था, जिसके बाद मामला सामने आया।

SIT कर रही है जांच

पंजाब सरकार ने इस मामले में अब एसआईटी का गठन किया है। पुलिस की SIT में सभी तीनों अफसर महिला हैं तो यूनिवर्सिटी के 9 सदस्यों वाली जांच कमेटी में 5 प्रोफेसर और 3 छात्र हैं। दोनों टीम अपने-अपने स्तर पर MMS कांड की जड़ तक पहुंचने में लगी है।

कनाडा से धमकी की भी जांच

मामला में एक ट्विस्ट कनाडा एंगल से आया है। एक छात्रा का आरोप है कि उसके फोन पर कनाडा से धमकी भरा फोन आया। फोन करने वाले ने कहा कि उसके पास उसका वीडियो है और चुप नहीं रही तो वायरल कर देगा। पुलिस इस 2 मिनट 8 सेकेंड की कॉल की भी जांच कर रही है।