अनलॉक कर रहे राज्यों को केंद्र की सलाह - कोरोना को लेकर ढिलाई नहीं बरतें; टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट रणनीति का कठोरता से करे पालन

देश कोरोना के मामले लगातार कम हो रहे है ऐसे में कई राज्यों में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस बीच केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने राज्यों को पत्र लिखकर कोविड संबंधी व्यवहार और टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट रणनीति का कठोरता से पालन करने के निर्देश दिए हैं। केंद्रीय गृह सचिव ने सभी राज्यों के प्रमुख सचिवों को लिखे पत्र में कहा, 'मामलों में गिरावट के बाद गतिविधियों को दोबारा शुरू करना जरूरी है। ऐसे में राज्य और केंद्रशासित प्रदेश इस बात को सुनिश्चित करें की पूरी प्रक्रिया सावधानी के साथ अमल में लाई जा रही है।' उन्होंने कहा है कि पाबंदियों को लगाने और हटाने का फैसला जमीनी हालात के आकलन के बाद लिया जाएगा। गृह सचिव ने राज्य सरकारों को टीकाकरण (Covid-19 Vaccination) की रफ्तार भी बढ़ाने की सलाह दी।

पांच रणनीतियों पर जोर दिया

पत्र में सचिव भल्ला ने कोविड की रोकथाम के लिए पांच रणनीतियों पर जोर दिया है। इसमें कोविड संबंधी व्यव्हार, टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट और टीकाकरण शामिल है। उन्होंने कहा है कि कुछ राज्यों में पाबंदियों में ढील के बाद लोगों की भीड़ का जुटना शुरू हो गया है। ऐसे में इस बात को पुख्ता किया जाना जरूरी है कि दोबारा खुलने की प्रक्रिया के दौरान किसी भी तरह की ढिलाई ना बरती जाए।

टेस्टिंग को लेकर सचिव ने छोटे स्तर पर सक्रियता की बात कही है। उन्होंने कहा, 'हालात गतिशील हैं। ऐसे में एक्टिव केस या पॉजिटिविटी की बढ़ती दर के संकेतों पर नजर रखे जाने की जरूरत है।'

उन्होंने कहा, 'माइक्रो स्तर पर एक सिस्टम को स्थापित करना चाहिए, जहां मामले बढ़ने पर वहीं कंटेनमेंट उपायों के जरिए उनकी जांच हो सके।'

उन्होंने कहा, 'संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए वैक्सीनेशन बेहद जरूर है। ऐसे में राज्य और केंद्र शासित प्रदेश की सरकारों से तेज रफ्तार से ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाना चाहिए।'

6-8 हफ्तों में आ सकती है कोरोना वायरस की तीसरी लहर: AIIMS प्रमुख

उधर, ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के प्रमुख डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने तीसरी लहर की आशंका जताई है. कहा कि भारत में अगले 6-8 हफ्तों में कोरोना वायरस की तीसरी लहर दस्तक दे सकती है। रणदीप गुलेरिया ने कहा, 'अब जब हमने अनलॉकिंग शुरू कर दी है, तो फिर से कोविड संबंधी व्यवहार की कमी देखी जा रही है। ऐसा नहीं लग रहा कि हमने पहली और दूसरी लहर के बीच क्या हुआ, इससे कुछ सीखा है। फिर से भीड़ जुटना शुरू हो गई है... लोग एक साथ मिल रहे हैं। लेकिन ऐसा अगले 6 से 8 हफ्तों में हो सकता है... या शायद इसमें थोड़ा और समय भी लग सकता है।'

उन्होंने कहा, 'यह इस बात पर निर्भर करता है कि हम कैसे कोविड संबंधी व्यवहार को निभा रहे हैं और भीड़ से बच रहे हैं।'

अक्टूबर तक तीसरी लहर की आशंका

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने अक्टूबर तक कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा है कि अगर भारत में कोरोना की तीसरी लहर आती है तो हम पूरी तरह से तैयार हैं। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि भारत का चिकित्सा ढांचा पूरी तरह से सुसज्जित है और संभावित तीसरी COVID-19 लहर का सामना करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य दोनों स्तरों पर चिकित्सा का बुनियादी ढांचा पूरी तरह से सुसज्जित है, भले ही कोरोना की तीसरी लहर आए या नहीं। हालांकि, उन्होंने आगे कहा कि लोगों को सभी आवश्यक सावधानियों का पालन करना चाहिए।