नेपाल के जनकपुर से शुक्रवार को रवाना हुई बस अयोध्या पहुंच गई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने स्वागत किया। रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पड़ोसी देश नेपाल से शुक्रवार को जनकपुर में इस बस सेवा का शुभारंभ किया था। 66 यात्रियों को लेकर यह बस शनिवार सुबह करीब 9 बजे अयोध्या के रामकथा पार्क पहुंची। जहां यात्रियों का भव्य स्वागत किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत-नेपाल के संबंधों को माननीय प्रधानमंत्री जी ने नया आयाम दिया है। हमें खुशी है कि सांस्कृतिक संबंधों की एक नई कड़ी आज से शुरू हो रही है। अयोध्या-जनकपुरधाम बस सेवा दोनों राष्ट्रों के संबंधों को और मजबूत करेगी, साथ ही विकास की यात्रा भी आरंभ होगी।
पिछले वर्ष अयोध्या में 'दीपोत्सव' कार्यक्रम के दौरान 133 करोड़ रुपये की योजनाओं का शिलान्यास किया गया था। भारत सरकार ने राम-जानकी मार्ग को पूर्ण करने का जिम्मा भी लिया है। मार्ग बन जाने पर जनकपुर से अयोध्या पहुंचने में 10 से 12 घंटे की जगह मात्र 6 से 7 घंटे ही लगेंगे।
मोदी ने इस बस सेवा का उद्घाटन करते हुए कहा था कि, ‘‘जनकपुर और अयोध्या जोड़े जा रहे हैं। यह एक ऐतिहासिक पल है।’’ यह बस सेवा भगवान राम के जन्मस्थल अयोध्या और देवी सीता के जन्मस्थल जनकपुर को आपस में जोड़ेगी। मोदी ने 20 वीं सदी के प्रसिद्ध जानकी मंदिर में पहुंचने और पूजा-अर्चना करने के उपरांत इस बस सेवा का शुभारंभ किया। भारत सरकार ने रामायण सर्किट परियोजना के तहत विकास के लिए 15 स्थलों-- अयोध्या, नंदीग्राम, श्रृंगवेरपुर और चित्रकूट (उत्तर प्रदेश), सीतामढ़ी, बक्सर, दरभंगा (बिहार), चित्रकूट (मध्यप्रदेश), महेंद्रगिरि (ओड़िशा), जगदलपुर (छत्तीसगढ़), नासिक और नागपुर (महाराष्ट्र), भद्रचलम (तेलंगाना), हम्पी (कर्नाटक) और रामेश्वरम (तमिलनाडु) का चयन किया है।