बुराड़ी कांड: पुरे परिवार को था यकीन मोक्ष प्राप्ति के बाद नहीं होगी मौत, अगले दिन नाश्ते के लिए भिगोए थे छोले और जमाया था दही

बुराड़ी में एक ही परिवार के 11 सदस्यों के सामूहिक रूप से मौत को गले लगाने की घटना पर एक के बाद एक कई खुलासे सामने आ रहे हैं। घर से मिले रजिस्टर, डायरी और नोट्स के पन्ने जैसे-जैसे पुलिस पलट रही है वैसे-वैसे नए खुलासे हो रहे हैं। बृहस्पतिवार को ललित द्वारा लिखे गए रजिस्टर के एक पन्ने से नया राज खुला। रजिस्टर में ललित के पिता भोपाल सिंह चुंडावल के अलावा चार और आत्माओं का जिक्र किया गया है। ललित के पिता का कहना था कि उनके साथ चार और आत्माएं सज्जन सिंह, दयानंद, हीरा और गंगा देवी की आत्माएं भटक रही हैं। वह आत्माएं भी चाहती हैं कि तुम अच्छे कर्म कर अपना जीवन सफल बनाओ। यदि सब कुछ ठीक हुआ तो यह भी मैरे साथ अपने लोक में लौट जाएंगी। वही पुलिस द्वारा जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि भाटिया परिवार को पूरी उम्मीद थी कि मोक्ष प्राप्त करने कि क्रिया में उनकी मौत नहीं होगी, तभी परिवार की महिलाओं ने अगले दिन सुबह के नाश्ते के लिए छोले भिगो रखे थे।

बुराड़ी कांड की कॉल मिलते ही सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंची पुलिस की टीम को रसोई घर में नाश्ते के लिए भीगे छोले मिले थे। इतना ही नहीं दही भी जमाई गई थी। इसे देखते हुए ही पुलिस ने प्राथमिक जांच में सभी लोगों की हत्या होने का शक जताया था, लेकिन जांच के दौरान मिली ललित की डायरियों ने पूरे मामले की दिशा बदल दी। पुलिस अधिकारियों की मानें तो जिस तरह से ललित ने अपनी डायरी में लिखा था कि बाबा उन्हें बचाने आएंगे। उसी को सच मानकर घर की महिलाओं ने अगले दिन नाश्ते के लिए तैयारी पूरी कर रखी थी। वहीं प्रियंका ने भी ऑफिस जाने की पूरी तैयारी की हुई थी।

अपराध शाखा ने बुधवार को भाटिया परिवार के पड़ोसियों, रिश्तेदारों, जानकारों और उन लोगों से पूछताथ की, जिनसे उन्होंने सामान खरीदा था। पुलिस उस मोबाइल शॉप पर भी गई, जहां से ललित अपने मोबाइल के डिजिटल अकाउंट में पैसे डलवाते थे। इसके अलावा उस वेल्डिंद वाले युवक से भी पूछताछ की गई जिसने ललित के घर का लोहे का गेट बनाया था। पुलिस ने इलाके में स्थित राम मंदिर पुजारी जगदीश शर्मा से भी पूछताछ की।