बुराड़ी में घर में एक परिवार के 11 लोगों के शवों का पोस्टमार्टम रविवार शाम 6 बजे से देर रात तक हुआ। तीन-तीन डॉक्टरों के दो मेडिकल बोर्ड शवों का पोस्टमार्टम कर रहे थे। पहली बार ऐसा हो रहा है कि पोस्टमार्टम के लिए दो मेडिकल बोर्ड बनाए गए हैं। वही दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा इस रहस्यमयी परिस्थितियों में हुई मौत की जांच कर रही है।
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के अनुसार, शवों की संख्या इतनी ज्यादा होने के कारण दो मेडिकल बोर्ड बनाए गए हैं। पांच शवों का पोस्टमार्टम रातभर हुआ। बाकी शवों का सोमवार सुबह से 10 बजे से शुरू हो चुका है। दिल्ली में इतने लोगों की मौत एक साथ होने की वारदात पहली बार सामने आई है।
6 शवों के शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जो बात सामने आई है उसमें इनकी मौत गर्दन के सहारे लटकने से बताई जा रही है। इसके साथ ही रिपोर्ट में ये बता भी सामने आ रही है कि किसी शख्स ने किसी भी तरह का विरोध नहीं किया। इसके साथ ही ये बात भी सामने आ रही है कि परिवार के सभी सदस्यों ने अपनी आंखें दान कर दी थीं।
बुराड़ी हत्याकांड में स्थानीय एसडीएम के आदेश के बाद शवों का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराने के निर्णय के बाद पुलिस ने रविवार शाम से ही पोस्टमार्टम प्रक्रिया शुरू कर दी थी । मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में हुए शवों के पोस्टमार्टम के प्रक्रिया के लिए छह डॉक्टरों के दो बोर्ड बनाए गए थे , जिनकी देखरेख में शवों का देर रात तक पोस्टमार्टम चलता रहा। बोर्ड ने सभी शवों की वीडियोग्राफी भी कराई। इस दौरान जिला पुलिस के आलाअधिकारी मौके पर मौजूद रहे। सूत्रों के मुताबिक, पोस्टमार्टम के दौरान मौत का कारण फांसी पर लटकना मिल रहा है। शवों के अस्पताल पहुंचने के बाद पुलिस टीम करीब 4.30 बजे तक घर की तलाशी में लगी रही। देर शाम तक चले तलाशी अभियान के बाद पुलिस ने भाटिया परिवार के रिश्तेदारों को उनकी पहचान के लिए अस्पताल बुलाया। जहां शवों की पहचान के लिए पहुंचे अर्जुन ठुकराल ने बताया कि शवों की पहचान तो कर ली गई है। रविवार रात 8 बजे मेडिकल बोर्ड के बैठने के बाद पोस्टमार्टम शुरू किया गया। 11 शवों की वीडियोग्राफी कराई गई।