बुलंदशहर हिंसा : पुलिस ने की ताबड़तोड़ छापेमारी, 2 गिरफ्तार

बुलंदशहर के स्याना तहसील के गांव महाव में सोमवार सुबह गोवंश अवशेष मिलने पर पुलिस, हिंदूवादी संगठनों और ग्रामीणों में जमकर टकराव हुआ। इस हिंसा में एक पुलिसवाले और एक आम नागरिक की मौत हो गई है। घटना में दो एफआईआर दर्ज की गई हैं। पहली गोकशी की और दूसरी हिंसा की। पुलिस ने अब इस मामले में छापेमारी शुरू कर दी है, रातभर पुलिस ने महाव और चिंगरावठी गांव में छापेमारी की। अभी तक इस मामले में 25 लोगों (नामजद) पर FIR दर्ज की गई है। इसके अलावा 40 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज हुई है।

पुलिस ने स्याना क्षेत्र से दो लोगों को गिरफ्तार किया है, दोनों से पूछताछ की जा रही है। जबकि 4 लोगों की हिरासत में लिया गया है। पुलिस चश्मदीदों और सामने आई वीडियो-तस्वीरों के आधार पर छापेमारी कर रही है। महाव और चिंगरावठी, दोनों ही गांव घटनास्थल के नजदीक के गांव हैं। कहा जा रहा है कि जो 400-500 लोगों की भीड़ आई थी वह इन्हीं गांवों से आई थी।

बता दें कि घटना के बाद से ही गर्माते माहौल को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया गया है। मोर्चे पर RAF की 5 कंपनियां तैनात की गई हैं। यहां आने वाले हर वाहन की जांच की जा रही है, ताकि किसी और तरह से माहौल खराब ना हो पाए।

आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीजीपी-एडीजी से इस घटना की रिपोर्ट दो दिनों में देने को कहा है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की मानें को पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की हत्या बाईं आंख में गोली लगने के कारण हुई है।

बुलंदशहर हिंसा की जांच करने के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। इस दौरान एडीजी-इंटेलिजेंस और मजिस्ट्रेट लेवल की जांच भी की जाएगी। यहां हुई हिंसा के चपेट में आए 21 वर्षीय युवक सुमित की भी मेरठ में इलाज के दौरान मौत हो गई।

क्या हुआ बुलंदशहर में....?

- ये घटना स्याना थाना क्षेत्र के मऊ गांव से शुरू हुई थी, जब सोमवार सुबह करीब 11 बजे गांव के भूतपूर्व प्रधान ने अपने खेत में कुछ मवेशियों के काटे जाने की शिकायत की। इस शिकायत पर स्याना थाने के इंस्पेक्टर सुबोध कुमार मौके पर पहुंचे और लोगों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। पुलिस के मुताबिक, इस दौरान लोग शांत हो गए और थाने में एफआईआर लिखने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आनंद कुमार और बुलंदशहर के जिलाधिकारी ने बताया कि इसके थोड़ी देर बाद आसपास के तीन गांव से करीब 400 की संख्या में लोग ट्रैक्टर ट्रॉली में अवशेष भरकर चिंगरावठी पुलिस चौकी के बाहर पहुंच गए।

- सूत्रों के अनुसार गुस्साई भीड़ ने बुलंदशहर-गढ़ स्टेट हाईवे पर ट्रैक्टर ट्रॉली लगाकर रास्ता जाम कर दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। सूचना मिलने पर एसडीएम अविनाश कुमार मौर्य और सीओ एसपी शर्मा पहुंचे। इसके बाद लोगों का गुस्सा भड़क गया और उन्होंने पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया। बेकाबू भीड़ ने पुलिस के कई वाहन फूंक दिए। साथ ही चिंगरावठी पुलिस चौकी में आग लगा दी।

- बुलंदशहर के जिलाधिकारी अनुज झा ने मीडिया के सामने कई चौंकाने वाले खुलासे किए। उन्होंने बताया, 'भीड़ के पास धारदार हथियार भी थे। उन्होंने हमला किया है, ये भी सच है। इंस्पेक्टर को भी एक गोली लगी है, जिससे ये निश्चित होता है कि गोली चली है। इंस्पेक्टर के बाईं आंख की तरफ गोली का जख्म है। सर्विस रिवॉल्वर छीनकर हमला किया गया है या नहीं, ये अभी जांच का विषय है।'

आपको बता दें कि बुलंदशहर के जिलाधिकारी के अनुसार, सुबोध कुमार के सिर में गोली लगी थी, जिस कारण उनकी मौत हुई है। उन्होंने यह भी बताया है कि हमले के बाद जब सुबोध कुमार ने खेत की तरफ जाकर खुद को बचाने की कोशिश की तो भीड़ ने उन पर वहां भी हमला किया।