क्वारंटाइन मुहर से कांग्रेस के पूर्व सासंद के हाथों का हुआ बुरा हाल, हाथ पर आए फफोले, दर्द और खुजली भी हुई

दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर क्वारैंटाइन करने के लिए लगाई गई मुहर (सील) के बाद कांग्रेस नेता मधु याक्षी गौड़ के हाथ पर फफोले पड़ गए। यही नहीं, हाथ में दर्द और खुजली भी शुरू हो गई। सोमवार को गौड़ ने नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी से इसकी शिकायत की।

उन्होंने ट्वीट में लिखा- प्रिय हरदीप सिंह पुरी जी, क्या आप विदेश से भारत आने वाले यात्रियों के हाथों में एयरपोर्ट पर लगाए जा रहे स्टैंप में इस्तेमाल किए जा रहे केमिकल पर गौर फरमाएंगें. कल मेरे हाथों पर दिल्ली एयरपोर्ट पर स्टैंप लगाया गया था. और अब देखिए इनकी क्या हालत हो गई है. गौड़ ने ट्विटर पर अपने हाथ की दो तस्वीरें भी पोस्ट की।

हरदीप सिंह पुरी ने दिया ये जवाब

नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने गौड़ के ट्वीट का जवाब दिया- ‘मधु गौड़ याक्षी जी इस ओर ध्यान दिलाने के लिए आपका शुक्रिया। मैंने इसके बारे में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) के सीएमडी से बात की है।’

शिकायत के बाद दिल्ली एयरपोर्ट के अधिकारी तुरंत एक्शन में आए। एक अफसर के मुताबिक, अब एयरपोर्ट पर इंक के फ्रेश बैच का इस्तेमाल किया जा रहा है।

दिल्ली एयरपोर्ट का मैनेजमेंट जीएमआर ग्रुप की अगुआई वाली दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डीआईएल) करती है। कांग्रेस नेता के ट्वीट पर डीआईएल ने कहा- 'आपको हुई असुविधा के लिए हमें अफसोस है। स्टांपिंग के लिए नहीं मिटने वाली स्याही का इस्तेमाल होता है। हमने इस मामले के बारे में दिल्ली सरकार के अधिकारियों को जानकारी दे दी है।'

दिल्ली एयरपोर्ट अधिकारियों के मुताबिक, घरेलू यात्रा करने वाले लोगों के लिए भी सात दिनों का क्वारैंटाइन जरूरी है। हालांकि, उनके हाथ पर मुहर नहीं लगाई जाती।

बता दे, कोरोना नियमों के मुताबिक, विदेश यात्रा करने वाले सभी लोगों को सात दिन तक इंस्टीट्यूशनल क्वारैंटाइन और उसके बाद सात दिन तक होम क्वारैंटाइन में रहना जरूरी है। हालांकि, यात्रा से 96 घंटे पहले कोविड निगेटिव सर्टिफिकेट (Covid Negative Certificate) लेने वाले लोगों को इंस्टीट्यूशनल क्वारैंटाइन से छूट दी गई है। सभी एयरपोर्ट्स पर होम क्वारैंटाइन में भेजे जाने वाले लोगों के हाथ पर मुहर लगाई जाती है। इसके लिए ऐसी स्याही का इस्तेमाल होता है, जिसे आसानी से नहीं मिटाया जा सके।