काशी, मथुरा, अयोध्या छोड़ो, जामा मस्जिद तोड़ो, मूर्तियां न मिले तो फांसी पर लटका देना : BJP सांसद साक्षी महाराज

वीएचपी (VHP) ने उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों से ट्रेनों, बसों, ट्रैक्टर ट्रॉलियों और टैक्सियों के जरिए लोगों को 'धर्मसभा' के लिए बुलाना शुरू कर दिया है। कानून व्‍यवस्‍था को बनाए रखने के लिए रेलवे स्‍टेशन पर बड़ी संख्‍या में पुलिस बल तैनात हैं। अयोध्‍या में धारा 144 लगाई जा चुकी है। आज अयोध्‍या में स्‍कूल-कॉलेज बंद रहेंगे। शहर की करीब 50 स्‍कूलों में सुरक्षाबलों के कैंप लगाए गए हैं। दरहसल, मंदिर निर्माण को लेकर विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने रविवार को 'धर्मसभा' का आयोजन किया है। हालाकि अयोध्या में राम मन्दिर निर्माण का रास्ता अभी साफ नही हुआ है लेकिन इस मुद्दे को लेकर तरह तरह के बयान सामने आ रहे है। उत्तर प्रदेश के उन्नाव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए फायरब्रांड हिंदुत्व नेता साक्षी महाराज ने दावा किया है कि दिल्ली की जामा मस्जिद को ध्वस्त कर देना चाहिए क्योंकि यह एक हिंदू मंदिर के स्थान पर बनाया गया है। उन्होंने दावा किया कि उसकी सीढ़ियों से देवताओं की मूर्तियां निकलेंगी। उन्होंने आगे कहा कि 'मैं जब राजनीति में आया था, तब मैंने कहा था कि काशी, मथुरा, अयोध्या छोड़ो, जामा मस्जिद तोड़ो। उसकी सीढ़ियों से अगर भगवान की मूर्तियां ना निकलें तो मुझे फांसी पर लटका देना।

बीजेपी नेता ने यह भी दावा किया कि मुगलों ने पूरे भारत में मंदिरों को तोड़ा और उनकी जगह पर करीब 3000 से अधिक मस्जिदों का निर्माण कराया। उन्होंने ऐसा हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए किया। बता दें कि जामा मस्जिद भारत के सबसे बड़े मस्जिदों में से एक है, जिसका निर्माण मगल सम्राट शाहजहां ने साल 1644 और 1656 के बीच किया था। गौरतलब है कि उन्नाव से सांसद साक्षी महाराज हमेशा ही अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं। खास बात है कि इस तरह के बयान ऐसे वक्त में आ रहे हैं, जह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के मुखिया मोहन भागवत ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाने की मांग कर चुके हैं।

बाबरी मस्जिद 17 मिनट में गिरा दी गई थी

बता दें कि इससे पहले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के अयोध्या आने से एक दिन पहले शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने शुक्रवार को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से पूछा कि वह राम मंदिर बनाने के लिए अध्यादेश में लाने में देरी क्यों कर रही है। राउत ने कहा कि ‘बाबरी मस्जिद 17 मिनट में गिरा दी गई थी....जो जरूरी था वह राम भक्तों ने आधे घंटे में कर दिया था....सालों से धब्बा रही चीज गिरा दी गई।' शिवसेना नेता ने कहा, ‘‘दस्तावेज तैयार करने....अध्यादेश लाने में कितना वक्त लगता है? राष्ट्रपति भवन से लेकर उत्तर प्रदेश तक भाजपा की सरकार है। राज्यसभा में ऐसे बहुत से सांसद हैं जो राम मंदिर के साथ खड़े रहेंगे।'

1992 का इतिहास दोहराया जाएगा

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर विश्व हिंदू परिषद द्वारा 25 नवंबर को धर्म सभा के आयोजन से पहले बलिया से भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि 'भगवान राम' का मंदिर इंसान खुद बना लेगा। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर उस दिन 1992 का इतिहास दोहराया जाएगा। जिस तरह 1992 में संविधान को ताक पर रखकर बाबरी मस्जिद ढहायी गयी थी, आवश्यकता पड़ी तो संविधान को ताक पर रखकर राम मंदिर बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री व योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री रहते यदि राम मंदिर का निर्माण नहीं हुआ तो कभी भी राम मंदिर का निर्माण नहीं हो पायेगा। उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार में ही राम मंदिर का निर्माण होगा। उन्होंने यहां तक कह डाला कि मंदिर निर्माण में अगर सरकार भी आड़े आएगी तो संघ के कहने पर हम लोग बीजेपी के विधायक होते हुए भी संघ की बात मानेंगे।