....जब BJP ने भी कर दिया राहुल के फोटो वाली कांग्रेस की पोस्ट को Retweet

कांग्रेस Congress ने अपने ट्विटर हैंडल पर जर्मन संसद में विभिन्न मुद्राओं में खड़े पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी Rahul Gandhi की फोटो का एक कोलाज पोस्ट किया। दल के मुख्य प्रतिद्वंद्वी बीजेपी ने भी इस तस्वीर को रिट्वीट करते हुए लिखा कि वह भी ऐसा करने से खुद को रोक नहीं पाई। दरअसल जर्मन संसद में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने चेहरे को विभिन्न मुद्रा में सोचने के अंदाज में फोटो खिंचवाए थे, जिन्हें कांग्रेस ने अपने ट्विटर हैंडल Twitter से एकसाथ ये लिखते हुए पोस्ट कर दिया राहुल गांधी के विभिन्न चेहरे।

कांग्रेस की तरफ से इस फोटो कोलॉज को ट्वीट करने के साथ ही ट्विटर पर ट्रोलर्स सक्रिय हो गए और इस पोस्ट की जमकर आलोचना कर दी। कांग्रेस ने बंडेस्टैग (जर्मन संसद) में खड़े गांधी की चार तस्वीरों का एक कोलाज पोस्ट करते हुए लिखा था, “राहुल गांधी के विभिन्न पहलु।” बीजेपी ने कुछ घंटों बाद इस पोस्ट को रिट्वीट करते हुए चुटकी, 'यहां तक कि हम भी रिट्वीट करने से खुद को नहीं रोक सके।' वहीं इंडियन ओवरसीज कांग्रेस (आईओसी) यूके ने दावा किया कि कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में राहुल गांधी की ब्रिटेन की पहली आधिकारिक यात्रा के दौरान भारतीय प्रवासी समुदाय के हर वर्ग के साथ-साथ छात्रों की गर्मजोशी भरी प्रतिक्रिया मिल रही है।

राहुल बर्लिन से ब्रिटेन के दो दिवसीय दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वह यहां कई बैठकें करेंगे। राहुल गांधी के साथ 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल होगा। उसमें शशि थरूर और मिलिंद देवड़ा जैसे वरिष्ठ कांग्रेस नेता भी शामिल होंगे। आईओसी अध्यक्ष (यूके और यूरोप) कमलप्रीत सिंह धालीवाल ने कहा, "इस यात्रा के लिए भारी प्रतिक्रिया मिल रही है। वास्तव में, हमें इस यात्रा का प्रचार करने का मौका नहीं मिला और मेगा प्रवासी भारतीय सम्मेलन के लिए एक अतिरिक्त हॉल बुक करना पड़ा।"

बताया गया है कि राहुल की ब्रिटेन यात्रा का मुख्य उद्देश्य स्थानीय जन प्रतिनिधियों, डॉक्टरों, छात्रों के साथ-साथ व्यापारिक लोगों सहित समाज के विभिन्न वर्गों के साथ संवाद तथा 2019 के आम चुनाव से संबंधित आईओसी ब्रिटेन की गतिविधियों को गति प्रदान करना है। आईओसी यूके प्रवक्ता सुधाकर ने कहा, ‘राहुल गांधी लोगों को सुनना पसंद करते हैं। यह सीखने की व्यापक प्रक्रिया का हिस्सा है। मोदी जी मन की बात बोलते हैं, राहुल जी मन की बात सुनते हैं।’