ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दान किया प्लाज्मा, कहा- देशवासियों की जान की सुरक्षा करना सभी का दायित्व

भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरुवार को प्लाज्मा डोनेट किया है। दरअसल, जून के पहले सप्ताह में ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनकी मां माधवी राजे सिंधिया कोरोना संक्रमित पाए गए थे। इसके बाद दोनों दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल में भर्ती हो गए थे। सिंधिया और उनकी मां के अलावा पत्नी और दोनों बच्चों के सैंपल भी टेस्ट कराए थे, जिसमें वह निगेटिव मिले थे। सिंधिया को गले में खराश और बुखार की शिकायत हुई थी। इलाज के बाद दोनों लोग स्वस्थ हो गए।

गौरतलब है कि संक्रमण से उबर चुके लोगों से सरकार अपील कर रही है कि वह अपना प्लाज्मा दान करें, जिससे संक्रमितों के इलाज में मदद मिल सके। उन्होंने कहा कि देशवासियों की जान की सुरक्षा करना सभी का दायित्व है। सिंधिया ने प्लाज्मा डोनेट करते हुए एक फोटो ट्वीटर पर शेयर की है। इसके साथ ही उन्होंने ट्वीट में लिखा कि संक्रमण का सामना कर मैं और मेरे जैसे हजारों अन्य नागरिक जो स्वस्थ हो चुके हैं, उन्हें अपना प्लाज्मा दान कर अन्य संक्रमितों के इलाज में मदद करनी चाहिए। देशवासियों की जान की सुरक्षा करना सभी का दायित्व है। इस ट्वीट में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को टैग किया है।

लॉकडाउन नहीं लगा होता तो लाशों के ढेर लग जाते

मंत्रिमंडल विस्तार के समय भोपाल आए भाजपा कार्यकर्ताओं से सिंधिया ने कहा था कि, 'मुझे कोरोना हो गया था। मानसिक तनाव काफी था। काफी कुछ भुगता है। उससे उभरने में मुझे 30 दिन लग गए। यह बीमारी घातक है। कामना करता हूं कि मेरे किसी दुश्मन को भी यह न हो। अभी यह खत्म नहीं हुई है। अभी दो से तीन महीने और हमें इससे बचना है। सावधानी बरतना जरूरी है। अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें। प्रधानमंत्री के लॉकडाउन का विरोध करने वाले समझ लें, अगर हमारे प्रधानमंत्री ने यह निर्णय नहीं लिया होता तो लाशों के ढेर लग जाते।'