भोपाल : भाजपा कार्यकर्ताओं का 'महाकुंभ' आज, 50 से 100 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को भाजपा के लाखों कार्यकर्ताओं को संबोधित कर मध्य प्रदेश में चुनावी अभियान का आगाज करेंगे। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह भी उनके साथ होंगे। मंगलवार (25 सितंबर) को ही जनसंघ के संस्थापक दीनदयाल उपाध्याय की जयंती है और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के जन आशीर्वाद यात्रा का समापन भी, लिहाजा भाजपा ने इसे मेगा शो बना दिया है। सोमवार को राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल ने कार्यक्रम स्थल का दौरा किया एवं प्रदेश के विभिन्न जिलों से आये कार्यकर्ताओं को व्यवस्था के संबंध में निर्देश दिए। महाकुंभ की व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी राजधानी के स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ-साथ जिलों से आए कार्यकर्ता भी संभालेंगे। इसके लिए प्रत्येक जिले के 5-5 कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई है। ये कार्यकर्ता अपने जिलों से आने वाले सभी कार्यकर्ताओं से संबंधित व्यवस्थाएं देखेंगे। इसमें उस जिले के कार्यकर्ताओं की बैठक व्यवस्था से लेकर भोजन व्यवस्था तक शामिल है।

सोमवार को राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलालजी एवं प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत ने कार्यक्रम स्थल जंबूरी मैदान पर प्रदेश के 56 जिलों से आए कार्यकर्ताओं की बैठक ली और उन्हें व्यवस्थाओं के संबंध में निर्देश दिए। कार्यक्रम स्थल अटल महाकुंभ परिसर के चारों तरफ बड़े पोस्टर के माध्यम से प्रदर्शिनी लगायी गयी है। राष्ट्रीय एवं प्रदेश नेतृत्व के विशाल कटआउट महाकुम्भ स्थल एवं शहर के विभिन्न चैराहों पर लगाए गए है। शहर के चौराहों को सजाया गया है। विद्युत साज सज्जा, झंडों और पोस्टरों के जरिए सभा स्थल भी सज संवरकर तैयार है।

सोमवार को पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलालजी, प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत ने महाकुंभ की व्यवस्था में लगे पदाधिकारियों एवं संगठनात्मक 56 जिलों से आये कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए व्यवस्था सम्बंधी आवश्यक दिशा निर्देश दिये। बैठकों के अलावा महाकुंभ को सफल बनाने के लिए डिजिटल मीडिया का भी उपयोग किया जा रहा है। सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने ऑडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पार्टी के विधायकों, जिला अध्यक्ष, जिला महामंत्री, सभी महापौर, नगर पंचायत एवं नगर पालिका अध्यक्ष तथा मंडल अध्यक्षों से महाकुंभ की तैयारियों के संबंध में चर्चा की। वहीं, प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत ने पार्टी के सभी जिलाध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष, विभिन्न मोर्चों के जिला अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष, विभिन्न मोर्चों की कार्यसमिति सदस्यों के साथ ऑडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने महाकुंभ की तैयारियों एवं उसमें भाग लेने वाले कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों की जानकारी ली।

इस साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होने हैं

राज्य में इस साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होने हैं। भाजपा लगातार चौथी बार सरकार बनाने के लिए पूरी ताकत लगा रही है। 15 साल की एंटी इनकम्बेंसी और हाल ही में आए एससी-एसटी एक्ट के बाद भाजपा कार्यकर्ता कहीं सुस्त न पड़ जाएं, यह सोचकर भाजपा ने अपने दोनों सबसे बड़े कैंपेनर को उनके बीच बुला लिया है।

पूरे आयोजन पर 50 से 100 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान

पड़ोसी राज्यों से भी डेढ़ लाख कुर्सियां आयात की गई हैं। नौ स्पेशल ट्रेनें बुक की गई हैं। 12 हजार बसें भी अपनी सेवाएं देंगी। हजारों लोग अपने निजी वाहनों से आएंगे। करीब 4 लाख लोगों को 24 घंटे पूड़ी, सब्जी और छोले का इंतजाम रहेगा। 25 आईपीएस अफसरों के साथ करीब आठ हजार सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे।

भाजपा का दावा है कि यह कार्यकर्ता महाकुंभ विश्व के किसी भी राजनीतिक दल का सबसे बड़ा आयोजन होगा। पूरे आयोजन पर 50 से 100 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। हालांकि खर्च के सवाल पर भाजपा मौन है। इस आयोजन का इंटरनेट के माध्यम से सीधा प्रसारण www।bjp।org एवं www-bjp4mp के ऑफिशियल फेसबुक, bjp4mp ट्विटर एवं bjp4mp इंटरनेट टीवी पर किया जायेगा। यू-टयूब पर भी कार्यक्रम तत्काल लोड करने की सुविधा उपलब्ध कराई गयी है, जिसे देश-दुनिया के लोग देख सकेंगे।

बता दें कि मध्य प्रदेश के साथ राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के राजधानी में मेगा रोड शो और कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के बाद भाजपा के दोनों सबसे बड़े कैंपेनर का यह पहला कार्यक्रम है। भाजपा 2019 को ध्यान में रखकर मध्य प्रदेश में हर हाल में लगातार चौथी बार सत्ता चाहती है। वहीं 15 सालों से सरकार से बाहर कांग्रेस भी इस बार कोई कसर बाकी रखना नहीं चाहती।

यही कारण है 17 सितंबर को भोपाल में रोड शो करने के बाद राहुल गांधी 27 सितंबर को फिर मध्य प्रदेश आ रहे हैं। अबकी दो दिन का उनका दौरा विंध्य क्षेत्र में होगा। खास बात यह कि दौरे की शुरुआत कामदगिरि पर्वत के मुखारबिंद भगवान कामतानाथ के दर्शन से होगी। राहुल दो घंटे के पूजन के बाद चित्रकूट धाम में आम सभा को संबोधित करेंगे।