बर्ड फ्लू से पोल्ट्री व्यापारी परेशान, रोजाना अंडों से होता है 25 करोड़ का कारोबार

कोरोना महामारी के बीच अब भारत के कई राज्यों में बर्ड फ्लू (Bird Flu) के मामले बढ़ते जा रहे हैं। राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में इस वायरस को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। बीते 10 दिनों में बर्ड फ्लू की वजह से 4.84 लाख 775 पक्षियों की मौत हो चुकी है। अभी तक मुर्गियों में भी बर्ड फ्लू के लक्षण नहीं पाए गए हैं। इसके बावजूद पोल्ट्री कारोबारी डरे हुए हैं। उनके डर की बड़ी वजह है करोड़ों अंडे रोज़ाना का कारोबार और हज़ारों टन चिकन की खपत।

इन दिनों सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हुए एक मैसेज के चलते 60% पोल्ट्री कारोबार तबाह हो गया था। इसीलिए पोल्ट्री कारोबारी यह अपील कर रहे हैं कि बर्ड फ्लू (Bird Flu) से जुड़ी सिर्फ सरकारी रिपोर्ट पर ही यकीन किया जाए। यूपी एग एसोसिएशन के अध्यक्ष नवाब अली का कहना है कि अभी तक किसी मुर्गी में बर्ड फ्लू होने की कोई रिपोर्ट नहीं है। इसलिए सोशल मीडिया पर कोई ऐसी अफवाह नहीं फैलाई जाए जिससे करोड़ों रुपये रोजाना के इस कारोबार को नुकसान हो। अभी कुछ वक्त पहले ही कोरोना के चलते 60% तक पोल्ट्री कारोबार सोशल मीडिया के एक वायरल मैसेज से बर्बाद हो गया था।

25 करोड़ अंडों का कारोबार

पोल्ट्री फर्म के जानकार अनिल शाक्या का कहना है कि देशभर में रोजाना 22 से 25 करोड़ अंडों का कारोबार होता है। करीब 70 करोड़ अंडे से बाजार का टर्न ओवर घूमता है। जैसे 22 से 25 करोड़ अंडों की एक खेप होलसेल बाजार में बिक रही होती है। एक वो खेप होती है जो एक दिन पहले बिकी है, लेकिन वो रास्ते में होती है या फिर दुकान पर अनलोड हो रही होती है। वहीं तीसरी खेप वो होती है जो पोल्ट्री में अगले दिन बाज़ार में भेजने के लिए तैयार की जा रही होती है।

मुर्गी के चूजे सप्लाई करने वाली एक बड़ी कंपनी के ज़ोनल हैड की मानें तो तीन तरह की मुर्गियां पोल्ट्री में होती हैं। जैसे एक अंडा देने वाली, दूसरी वो जो चिकन के नाम से खाई जाती है और तीसरी वो जिसके अंडे से बच्चे (चूजे) पैदा होते हैं और इसे हैचरी कहा जाता है। जिन मुर्गियों से रोजाना बाज़ार में अंडा आता है उनकी संख्या करीब 30 से 40 करोड़ है। वहीं खाने वाली चिकन की संख्या लगभग 15 करोड़ और अंडे से चूजे देने वाली मुर्गी की संख्या एक करोड़ के आसपास होती है। यह वो संख्या है जो हर वक्त पोल्ट्री में बनी रहती है। नवाब अली का कहना है कि चिकन की बात करें तो हज़ारों टन चिकन रोजाना खाया जाता है।

कोरोना वायरस से ज्यादा खतरनाक बर्ड फ्लू

आपको बता दे, बर्ड फ्लू कोरोना वायरस से भी खतरनाक वायरस है। इससे संक्रमित लोगों में से आधे से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है। बर्ड फ्लू अब तक दुनिया में चार बार बड़े पैमाने पर फैल चुका है। यहां तक कि 60 से ज्यादा देशों में महामारी का रूप भी ले चुका है। साल 2003 से लेकर अब तक लगातार यह किसी न किसी देश में अपना असर दिखाता रहता है। H5N1 बर्ड फ्लू वायरस इन सभी वायरसों में सबसे ज्यादा खतरनाक इसलिए है क्योंकि इसकी वजह से संक्रमित लोगों में से आधे से ज्यादा की मौत हो जाती है। साल 2003 से लेकर अब तक H5N1 बर्ड फ्लू वायरस से संक्रमित इंसानों और मौत की बात करें तो कुल 861 लोग संक्रमित हुए हैं। इनमें से 455 मारे जा चुके हैं। यानी मृत्यु दर 52.8% है। WHO के मुताबिक साल 2007 से लेकर 2008 के बीच H5N1 बर्ड फ्लू वायरस की वजह से 349 लोग संक्रमित हुए, जिसमें 216 लोगों की मौत हो गई। यानी मृत्यु दर करीब 62% था। WHO के मुताबिक H5N1 बर्ड फ्लू वायरस किसी सतह के जरिए भी इंसानों को संक्रमित कर सकता है।