समस्तीपुर: गर्भवती को नसबंदी के लिए किया बेहोश, सच सामने आया तो फर्श पर लिटा कर फरार हुए डॉक्टर

बिहार के समस्तीपुर जिले के विभूतिपुर प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से बड़ी लापरवाही का एक बेहद ही चौकाने वाला मामला सामने आया है। यहां बुधवार को 5 महीने के गर्भवती महिला को परिवार नियोजन के तहत नसबंदी के ऑपरेशन के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर लाया गया। इसके बाद ऑपरेशन रूम में सारी प्रक्रिया पूरी करने के बाद गर्भवती महिला की बिना जांच किए ही उसे इंजेक्शन लगाकर बेहोश कर दिया गया। वहीं, जब डॉक्टरों ने महिला का पेट देखा तो ट्यूमर या बच्चा होने की आशंका के चलते ऑपरेशन बेड से महिला को उतारकर अस्पताल के बरामदे में फर्श पर लिटा दिया।

मिली जानकारी के अनुसार, प्रखंड क्षेत्र के सुरौली वार्ड संख्या- 3 निवासी बबीता देवी पति जय प्रकाश शर्मा को आशा बबीता कुमारी, परिवार नियोजन ऑपरेशन के लिए विभूतिपुर पीएससी लेकर गई। जहां ऑपरेशन की पूरी प्रक्रिया के बाद महिला को बेहोशी का इंजेक्शन देकर बेहोश कर दिया गया। उसके बाद ऑपरेशन बेड पर जब चिकित्सकों ने उसका पेट देखा तो महिला के पेट में ट्यूमर या बच्चा होने की आशंका पर उसे आनन-फानन में ऑपरेशन रूम से बाहर निकाल कर नीचे फर्श पर सुला दिया गया। जहां उसका देखरेख उसकी मां कर रही थी। साथ ही खामोशी अवस्था में आशा भी बैठी थी। इस संबंध में पूछे जाने पर महिला की मां व मौजूद आशा बबीता कुमारी ने बताई कि यह 5 महीने की गर्भवती है। जिसे चिकित्सक ने बेड पर से बाहर कर दिए हैं। जिसे बेहोशी का इंजेक्शन की लग चुका है। मामला मीडिया में आते ही विभूतिपुर पीएचसी में हड़कंप मच गया।

वहीं मौजूद प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर फुलेश्वर प्रसाद सिंह ने हेल्थ मैनेजर संजय कुमार से जानकारी लेने की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ लिया। इतना ही नहीं ऑपरेशनकर्ता डॉक्टर भी गायब हो गए। इस संबंध में समस्तीपुर सिविल सर्जन डॉक्टर सत्येंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि पूरे मामले की जांच हो रही है। जांच में पाए गए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।