बिहार में सुपर स्प्रेड का खतरा, पटना में IMA के कार्यक्रम में शामिल हुए 100 से ज्यादा डॉक्टर कोरोना संक्रमित

बिहार में रविवार को कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा देखने को मिला। बीते दिन 352 नए कोरोना मरीज मिले जिनमें नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (NMCH) के 84 डॉक्टर भी शामिल हैं। बीते दो दिन में 100 से ज्यादा डॉक्टर संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से ज्यादातर डॉक्टर पटना में 26-28 दिसंबर को IMA के राष्ट्रीय अधिवेशन में शामिल हुए थे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि CM नीतीश कुमार थे। डॉक्टरों के संक्रमित होने के बाद राज्य सरकार की चिंता बढ़ गई है।

IMA के कार्यक्रम में CM की मौजूदगी में ही कार्यक्रम में कोरोना गाइडलाइन की जमकर धज्जियां उड़ाई गई थीं। माना जा रहा है कि यही कोरोना स्प्रेड की वजह बना। कार्यक्रम में देश के कई राज्यों के 5,000 से ज्यादा डॉक्टर शामिल हुए थे। अब डॉक्टरों से OPD और इमरजेंसी में इलाज के दौरान संपर्क में आए मरीजों से कोरोना स्प्रेड का बड़ा खतरा है।

NMCH में शनिवार को 16 डॉक्टरों की रैपिड एंटीजन रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद रविवार को कैंप लगाकर डॉक्टरों की स्क्रीनिंग की गई। इसमें 200 से अधिक डॉक्टर और मेडिकल स्टूडेंट्स की जांच की गई, जिसमें 84 लोग पॉजिटिव पाए गए। इसमें सीनियर और जूनियर डॉक्टरों के साथ मेडिकल स्टूडेंट्स भी शामिल हैं। मेडिकल कॉलेज के सभी डॉक्टरों की सोमवार को भी स्क्रीनिंग होगी। राज्य में डॉक्टर और हेल्थ वर्कर्स के संक्रमित होने वालों का आंकड़ा 250 से ऊपर पहुंच गया है।

बताया जा रहा है कि IMA के कार्यक्रम में 5,000 से भी अधिक डॉक्टर जुटे थे। 3 दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में देश के कई राज्यों की डॉक्टरों की टीम शामिल हुई थी। डॉक्टरों के पुरस्कार वितरण और भोज के अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी भीड़ दिखी थी। जिम्मेदारों के इस कार्यक्रम में भी कोरोना की गाइडलाइन का पालन नहीं हो पाया था।

SK मेमोरियल से लेकर बापू सभागार में डॉक्टरों की भीड़ कोरोना की गाइडलाइन को किनारे करने वाली रही। इतना ही नहीं बापू सभागार में आयोजित IMA के कार्यक्रम में तो CM नीतीश कुमार की मौजूदगी में गाइडलाइन टूटी थी।