जम्मू कश्मीर की गठबंधन सरकार से बीजेपी ने समर्थन वापस, आज शाम महबूबा मुफ्ती देंगी इस्तीफा

जम्मू कश्मीर बीजेपी-पीडीपी गठबंधन से भारतीय जनता पार्टी ने अपना समर्थन वापसी का ऐलान किया है। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के साथ हुई कोर ग्रुप की बैठक के बाद ये निर्णय लिया गया है। आज शाम ही जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती अपने पद से इस्तीफा दे सकती हैं। बीजेपी प्रवक्ता राम माधव ने कहा कि जम्मू कश्मीर में गठबंधन की सरकार और आगे चलाना संभव नहीं था। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बीजेप अध्यक्ष अमित शाह के साथ सलाह मशविरा का बाद किया गया है।

राम माधव ने कहा कि ताजा हालात के बाद गठबंधन में काम करना पार्टी के लिए मुश्किल हो गया था। हालांकि भाजपा हमेशा से ही शांति और घाटी में अमन के लिए प्रयासरत रही लेकिन विभिन्न कारणों से जम्मू-कश्मीर की सरकार नहीं कर पाई। जिस तरीके से घाटी में अचानक घटनाएं बढ़ी है उससे राज्य की हालत और बिगड़ते गए। राम माधव ने कहा कि जम्मू में शांति के लिए पार्टी ने गठबंधन किया था। मोदी सरकार ने हर संभव राज्य सरकार के लिए मदद की लेकिन फिर भी हालात नहीं सुधर रहे थे।

कश्मीर में मौजूदा हालात को लेकर केंद्र सरकार काफी गंभीर है। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर सरकार में शामिल पार्टी के सभी मंत्रियों और कुछ शीर्ष नेताओं को महत्वषपूर्ण बैठक के लिए आज नई दिल्ली बुलाया है। इस बीच, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकर अजीत डोवाल मंगलवार की सुबह बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मिलने के लिए उनके आवास पर पहुंचे।

खबरों के मुताबिक, कश्मीर के इन नेताओं से अमित शाह दोपहर 12 पार्टी कार्यालय पर बैठक करेंगे। अमरनाथ यात्रा के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू करने पर भी इस बैठक में विचार हो सकता है। ईद के बाद सीजफायर की अवधि आगे ना बढ़ाते हुए गृह मंत्रालय ने पहले ही सेना को ऑपरेशन ऑल आउट फिर से शुरू करने की इजाजत दे दी है।

लेकिन, आतंकी हमले थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। जम्मूे-कश्मीर में शांति की पहल के लिए आगे बढ़ने वालों को लगातार टारगेट किया जा रहा है। पत्रकार शुजात बुखारी भी शांति और अमन की बात करते थे, जिन्हें मौत के घाट उतार दिया गया। उसके अब सेना ने भी आतंकियों को टारगेट करना शुरू कर दिया है।

ऐसा बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में ये कार्रवाई और तेज़ होगी। सूत्रों के मुताबिक, अमित शाह राज्य में गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्री की ओर से आक्रामक कार्रवाई शुरू करने से पहले जम्मू कश्मीर मंत्रिमंडल में शामिल पार्टी के सभी मंत्रियों की राय लेना चाहते हैं।