कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एक अच्छी खबर भी सामने आ रही है। भारत सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच नेजल वैक्सीन को मंजूरी दी थी। भारत बायोटेक द्वारा बनाई गई इस वैक्सीन को नाक से लिया जाएगा और यह बूस्टर डोज के तौर पर लगाया जा सकेगा। यानी, जो लोग पहले वैक्सीन की दो डोज ले चुके हैं, उन्हें ही ये वैक्सीन दी जाएगी। अब इस वैक्सीन की कीमत भी तय कर दी गई है। जानकारी के मुताबिक iNCOVACC वैक्सीन की कीमत 800+ 5% GST यानी 840 रुपए तय की गई है। यह सरकार द्वारा तय की गई कीमत है। हालाकि, कंपनी चाहती है कि टीके की कीमत को ₹1000 रखा जाए।
बता दें कि केंद्र सरकार ने हाल ही में भारत बायोटेक की नेजल वैक्सीन (Nasal Vaccine) को मंजूरी दे दी है। इस वैक्सीन का नाम iNCOVACC है। कोविन प्लेटफॉर्म पर अब ये वैक्सीन भी उपलब्ध होगी। ये वैक्सीन 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को लगाई जाएगी। नाक से दी जाने वाली इस वैक्सीन को बूस्टर डोज पर लगाया जाएगा।
वर्तमान में भारत बायोटेक की कोवैक्सीन, सीरम इंस्टीट्यूट के कोविशील्ड और कोवोवैक्स, रूसी स्पुतिनिक वी और बायोलॉजिकल ई लिमिटेड की कॉर्बेवैक्स वैक्सीन कोविन पोर्टल पर लिस्टेड हैं। भारत बायोटेक ने बीते 6 सितंबर को घोषणा की थी कि उसकी दुनिया की पहले इंट्रानेजल COVID-19 वैक्सीन iNCOVACC (BBV154) को डीजीसीआई की ओर 18 वर्ष से ऊपर लोगों के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है।
ऐसे दी जाएगी वैक्सीन? इस वैक्सीन को नाक के जरिए स्प्रै करके दिया जाएगा, मतलब वैक्सीन लेने वाले की बांह पर टीका नहीं लगाया जाता। इसकी दो खुराक दी जाती हैं। मिली जानकारी के अनुसार राज्य या केंद्र सरकारों ने खरीद के लिए कोई अपील नहीं की है। दूसरे देशों से मंजूरी मिलने के बाद iNCOVACC को अन्य देशों में वैक्सीन को निर्यात करने की योजना बना रहा है। इस इंट्रानेजल को भारत में 18 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए बूस्टर डोज के लिए इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए CDSCO से भी मंजूरी मिल गई है। वैक्सीन को वाशिंगटन विश्वविद्यालय, सेंट लुइस के साथ साझेदारी में विकसित किया गया था।
भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 157 नए मामले सामने आने के बाद देश में अभी तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 4,46,77,459 पर पहुंच गई है, जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 3,421 रह गई है।