यहां मारा गया आतंकी नंबर 1 बगदादी, 70 अमेरिकी डेल्टा कमांडोज ने बनाया अपना शिकार, ट्रंप देख रहे थे लाइव एक्शन

अमेरिका ने दावा किया है कि उसने दुनिया के नंबर 1 आतंकी अबु बकर अल-बगदादी को मार गिराया है. बगदादी सीरिया के इदलिब प्रांत के सुदूर गांव बारिशा में छिपा हुआ था। बगदादी के इसी ठिकाने पर अमेरिकी सैनिकों ने सरप्राइज अटैक किया था। बता दें कि यह सीरिया का एक गरीब और पिछड़ा गांव है। यहां की आबादी सिर्फ 7 हजार है। बगदादी को घेरने से पहले अमेरिकी हेलिकॉप्टर्स ने उसी प्रांत में अन्य बिल्डिंग को भी निशाना बनाया था। सबसे खूंखार आतंकी को मारने के लिए 70 अमेरिकी डेल्टा कमांडोज उतरे थे। उन्होंने बगदादी की उस गुफानुमे बंकर को घेर लिया, जिसमें छिपकर वह दुनिया में दहशत फैलाने की योजनाएं बनाता था। अमेरिकी कमांडोज के पास हथियारों के अलावा उच्च-प्रशिक्षित कुत्ते और एक रोबॉट भी था, जो किसी भी तरह के आत्मघाती हमले का सामना कर सके। अमेरिकी कमांडोज के दो ही मकसद थे, बगदादी को पकड़ना या ढेर करना। एक तरफ सीरिया में कमांडोज इस ऐक्शन में थे तो शाम को गोल्फ खेलकर लौटे डॉनल्ड ट्रंप वाइट हाउस में बैठे लाइव स्ट्रीमिंग देख रहे थे।

अमेरिकी सैनिकों ने वाइट हाउस को खबर दी, '100 पर्सेंट कॉन्फिडेंस जैकपॉट। ओवर।' जैकपॉट अमेरिकी सेना की ओर से बगदादी को कोडनेम दिया गया था। बता दें कि 2011 में लादेन के खिलाफ ऑपरेशन के दौरान उसे भी जैकपॉट कोडनेम ही दिया गया था।

खबर है कि पूरी तरह से अपनी ही मांद में घिरे खूंखार आतंकी बगदादी ने कमर में बंधी विस्फोटक बेल्ट के जरिए खुद को उड़ा लिया। यही नहीं उसके साथ तीन मासूम बच्चे भी मारे गए। बगदादी को दौड़ा-दौड़ा कर अमेरिकी सेना ने मारा। शायद यही वजह है कि बगदादी के मारे जाने का ऐलान करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने कहा कि वह कुत्ते की मौत मारा गया।

बता दे, 2011 में अमेरिका ने अलकायदा के सरगाना ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था। उस ऑपरेशन को तब के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने लाइव देखा था।