UP में विकास दुबे का ही नहीं एक और बदमाश का हुआ एनकाउंटर, 50 हजार था उस पर इनाम

कानपुर के बिकरू गांव में सीओ समेत 8 पुलिस वालों की हत्या करने वाला गैंगस्टर विकास दुबे शुक्रवार सुबह एनकाउंटर में मारा गया। गैंगस्टर विकास दुबे के ऊपर 5 लाख का इनाम था। उत्तर प्रदेश पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स ने इस एनकाउंटर को अंजाम दिया। एक तरफ विकास दुबे का एनकाउंटर हुआ वहीं दूसरी तरफ यूपी के ही बहराइच में 50 हजार के इनामी बदमाश पन्ना यादव को भी मुठभेड़ में गोली लगी है। बहराइच में एसटीएफ व हरदी थाने की लोकल पुलिस ने ये एनकाउंटर किया है। पन्ना यादव को गोली लगने के बाद उसे पीएचसी से जिला अस्पताल रेफर किया गया। जिला अस्पताल में पन्ना यादव की इलाज के दौरान मौत हो गई।

पन्ना यादव पुत्र समई यादव मंगलपुर थाना गुलरिया का निवासी था। उसके ऊपर गोरखपुर, महराजगंज, आज़मगढ़, बाराबंकी समेत लखीमपुर खीरी में तीन दर्जन से अधिक मुकदमें दर्ज थे। पन्ना यादव गोरखपुर जेल के जेलर से मारपीट कर जेल से भाग चुका था। इसके अलावा भी उसके ऊपर कई जिलों के थानों में जघन्य अपराधों के केस दर्ज थे। बीतीरात थाना हरदी क्षेत्र के अहिरनपुरवा, गलकारा में एसटीएफ व लोकल पुलिस की संयुक्त एनकाउंटर में बदमाश पन्ना यादव को लगी गोली पहले पीएचसी बाद में जिला अस्पताल रेफर किया गया जहां उसकी मौत हो गई।

गिरफ्तारी के 21 घंटे के बाद मारा गया विकास

गुरुवार, 9 जुलाई

सुबह 9 बजे: विकास उज्जैन में गिरफ्तार।
शाम 7 बजे: यूपी एसटीएफ की टीम को विकास सौंपा गया।
रात 8 बजे: एसटीएफ की टीम कानपुर के लिए रवाना।

शुक्रवार, 10 जुलाई

रात 3:15 बजे: एसटीएफ की टीम झांसी पहुंची। कुछ देर बाद कानपुर के लिए रवाना हुई।
सुबह 6:15 बजे: काफिले ने कानपुर देहात बॉर्डर रायपुर से शहर में एंट्री की।
सुबह 6:30 बजे: एसटीएफ की गाड़ी पलटी। तभी विकास दुबे ने भागने की कोशिश की। फायरिंग शुरू हुई। विकास जख्मी हो गया।
सुबह 7:10 बजे: एसटीएफ विकास को हैलट अस्पताल लेकर पहुंची।
सुबह 7:55 बजे: विकास को मृत घोषित कर दिया गया।