बाबा सिद्दीकी के शूटरों ने हमले से पहले लॉरेंस बिश्नोई के भाई से बात की थी: पुलिस

मुम्बई। एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी के शूटर महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री लॉरेंस बिश्नोई की हत्या से पहले उनके भाई अनमोल बिश्नोई के संपर्क में थे। पुलिस ने दावा किया है कि अनमोल बिश्नोई अमेरिका और कनाडा से आरोपियों के संपर्क में था। उसने स्नैपचैट के जरिए शूटरों के साथ जीशान सिद्दीकी की तस्वीर भी शेयर की थी।

आरोपी अनमोल के संपर्क में रहने के लिए कई स्नैपचैट अकाउंट का इस्तेमाल कर रहे थे, हालांकि हत्या के पीछे का मकसद अभी तक अज्ञात है। बाबा सिद्दीकी की उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के ऑफिस के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई, जब वह दशहरा के मौके पर पटाखे फोड़ रहे थे।

फेसबुक पोस्ट के माध्यम से गिरोह के एक सदस्य ने दावा किया कि उन्होंने सिद्दीकी को अभिनेता सलमान खान के साथ उसके करीबी रिश्ते और दाऊद इब्राहिम जैसे अंडरवर्ल्ड हस्तियों के साथ कथित संबंधों के कारण निशाना बनाया।

पुलिस ने बताया कि अनमोल कनाडा और अमेरिका से आरोपियों के संपर्क में था और आरोपियों के पास से चार मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।

मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने एक बयान में कहा, आरोपी स्नैपचैट के जरिए एक-दूसरे के संपर्क में थे और निर्देश संदेश मिलने के बाद वे उसे तुरंत डिलीट कर देते थे। इसी तरह, जब गिरफ्तार आरोपियों के स्नैपचैट की बारीकी से जांच की गई, तो पाया गया कि शूटर और प्रवीण लोनकर सीधे अनमोल बिश्नोई के संपर्क में थे।

लोनकर ने कथित तौर पर सिद्दीकी पर गोली चलाने वाले तीन हमलावरों को रसद सहायता प्रदान की थी। तीन में से दो हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि एक आरोपी अभी भी फरार है।

इससे पहले मुंबई पुलिस ने दावा किया था कि साजिशकर्ता आरोपियों से संवाद करने के लिए स्नैपचैट का इस्तेमाल कर रहे थे। पुलिस को आरोपी के फोन पर जीशान सिद्दीकी की तस्वीर भी मिली, जिसे अनमोल बिश्नोई ने भी स्नैपचैट के जरिए शेयर किया था।

अब तक पुलिस ने बाबा सिद्दीकी की हत्या के सिलसिले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें दो शूटर और एक हथियार सप्लायर शामिल हैं। आरोपी बाबा सिद्दीकी को गोली मारने से पहले जीशान के ऑफिस की रेकी कर रहे थे।

तीनों शूटरों ने मुंबई के कुर्ला इलाके में किराए के मकान में रहते हुए यूट्यूब पर ट्यूटोरियल वीडियो देखकर आग्नेयास्त्रों का इस्तेमाल करना सीखा था। मुंबई पुलिस ने पहले कहा था कि एनसीपी नेता की हत्या में शामिल शूटरों ने हमले को अंजाम देने से पहले कम से कम पांच अभ्यास सत्र में हिस्सा लिया था।