अयोध्या में मंदिर शिलान्यास पर बोले राहुल गांधी- राम प्रेम हैं, वे कभी अन्याय में प्रकट नहीं हो सकते

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला रखी। 12 बज कर 44 मिनट पर चांदी की कन्नी से नींव डाली गई। इसके बाद प्रधानमंत्री ने देशवासियों को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा मेरा सौभाग्य है मुझे ट्रस्ट ने ऐतिहासिक पल के लिए आमंत्रित किया। मेरा आना स्वभाविक था, आज इतिहास रचा जा रहा है। आज पूरा भारत राममय है, हर मन दीपमय है। पीएम ने कहा कि राम काज कीन्हे बिनु मोहि कहां विश्राम।।।सदियों का इंतजार समाप्त हो रहा है। भारत आज भगवान भास्कर के सानिध्य में सरयू के किनारे एक स्वर्णिम अध्याय रच रहा है। सोमनाथ से काशी विश्वनाथ से, बोधगया से सारनाथ तक, अमृतसर से पटना साहिब तक, लक्षद्वीप से लेह तक आज पूरा भारत राम मय है।

राम मंदिर के शिलान्यास को लेकर राष्ट्रपति समेत दिग्गज नेताओं ने ट्वीट कर बधाई दी है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी ट्वीट किया। राम मंदिर की आधारशिला रखे जाने के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट किया है। राहुल ने लिखा- 'मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम सर्वोत्तम मानवीय गुणों का स्वरूप हैं। वे हमारे मन की गहराइयों में बसी मानवता की मूल भावना हैं। राम प्रेम हैं। वे कभी घृणा में प्रकट नहीं हो सकते। राम करुणा हैं। वे कभी क्रूरता में प्रकट नहीं हो सकते। राम न्याय हैं। वे कभी अन्याय में प्रकट नहीं हो सकते।'

इससे पहले मंगलवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भूमि पूजन से पहले एक बयान में कहा था कि 'भगवान राम सबमें हैं और सबके हैं और ऐसे में पांच अगस्त को अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए होने जा रहा भूमि पूजन राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का कार्यक्रम बनना चाहिए।'

प्रियंका ने कहा था,'राम साहस हैं, राम संगम हैं, राम संयम हैं, राम सहयोगी हैं। राम सबके हैं, राम सबमें हैं। भगवान राम सबका कल्याण चाहते हैं। इसीलिए वे मर्यादा पुरुषोत्तम हैं।'

कांग्रेस महासचिव ने कहा, 'आगामी 5 अगस्त, 2020 को रामलला के मंदिर के भूमिपूजन का कार्यक्रम रखा गया है। भगवान राम की कृपा से यह कार्यक्रम उनके संदेश को प्रसारित करने वाला राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का कार्यक्रम बने। जय सियाराम।'