विधानसभा चुनाव : कांग्रेस ने मिजोरम में किया जीत का दावा वही बीजेपी को एक बार फिर मध्य प्रदेश में सरकार बनाने की उम्मीद, कुछ खास बातें

मध्य प्रदेश विधानसभा की सभी 230 और मिजोरम की 40 सीटों के लिए बुधवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान शुरू हो गए हैं। मध्यप्रदेश में जहां बीजेपी एक बार फिर सरकार बनाने का दावा कर रही है तो मिजोरम में कांग्रेस को उम्मीद है कि वह एक बार फिर सत्ता में आएगी। खास बात यह है कि मिजोरम उन पांच राज्यों में शामिल है जहां आज भी कांग्रेस सत्ता में है। मिजोरम में सुबह सात बजे से ही मतदान शुरू हो गया है जो शाम चार बजे तक चलेगा। मिजोरम में 7.70 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। प्रशासन ने दोनों राज्यों में शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। जानकार इन विधानसभा चुनाव को 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले सेमीफाइनल के तौर पर भी देख रहे हैं। इन चुनाव में विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के प्रदर्शन से यह तय होगा कि उन्हें 2019 के चुनाव के लिए अभी और कितनी मेहनत करने की जरूरत है।

मध्यप्रदेश चुनाव में 5,04,95,251 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे जिनमें 2,63,01,300 पुरुष, 2,41,30,390 महिलाएं एवं 1,389 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं। इनमें से 65,000 सर्विस मतदाता डाक मतपत्र से पहले ही मतदान कर चुके हैं। बाकी 5,04,33,079 मतदाता कल अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे।

- मध्‍य प्रदेश में 65,367 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें से 17,000 मतदान केन्द्र संवेदनशील घोषित किये गए हैं, जहां केन्द्रीय पुलिस बल और वेवकास्टिंग के साथ माइक्रो पर्यवेक्षक भी तैनात किये गए हैं। सभी मतदान केन्द्रों पर मतदान के लिए ईवीएम के साथ वीवीपैट का उपयोग होगा।

- मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के मुताबिक प्रदेश में कुल 3,00,782 कर्मचारी चुनाव कार्य में लगाए गए हैं, जिनमें 45,904 महिला कर्मचारी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 160 मतदान केन्द्र केवल दिव्यांग कर्मचारियों के जिम्मे रहेगें। ये बूथ पूरी तरह दिव्यांग कर्मचारी ही संचालित करेंगे। इसके अलावा 3,046 मतदान केन्द्र केवल महिला कर्मचारियों द्वारा संचालित किये जाएंगे। अटेर एवं मेहगांव दो विधानसभा सीटों में 32 से ज्यादा उम्मीदवार हैं। वहां पर तीन-तीन बैलट यूनिट लगाये जा रही हैं। वहीं, 45 सीटें ऐसे हैं, जहां पर 16 से 32 उम्मीदवार मैदान में हैं। वहां पर दो-दो बैलट यूनिट लगेंगी।

- छतरपुर विधानसभा सीट पर सबसे ज्यादा सात महिला प्रत्याशी मैदान में है। वहां पर कुल 16 उम्मीदवार मैदान में है। वहीं मेहगांव में सबसे ज्यादा 33 पुरूष प्रत्याशी है। वहां पर कुल 34 प्रत्याशी मैदान में है। मतगणना 11 दिसंबर को होगी।

- बीजेपी ने सभी 230 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि कांग्रेस ने 229 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं और एक सीट अपने सहयोगी शरद यादव के लोकतांत्रिक जनता दल के लिये छोड़ी है। आप 208 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, बसपा 227, शिवसेना 81 और सपा 52 सीटों पर चुनावी मैदान में है।

- मध्यप्रदेश में बीजेपी 1990 से ही मजबूत स्थिति में रही है। लेकिन शिवराज सरकार के बीते 15 साल के कार्यकाल को लेकर अब वहां की जनता में गुस्सा है। हालांकि सीएम शिवराज इस बार भी सत्ता में आने का दावा कर रहे हैं।

- शिवराज सिंह चौहान के अनुसार राज्य में पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह द्वारा चुनाव प्रचार करने का सीधा फायदा उनकी पार्टी को होने जा रहा है।

- कांग्रेस इस बार बीएसपी प्रमुख मायावती के साथ गठबंधन करने में असफल रहे। जानकारों के अनुसार अगर यह गठबंधन होता तो इसका सीधा असर सूबे की 41 सीटों पर पड़ता।

- मायावती द्वारा गठबंधन से मना करने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने कहा एनडीटीवी से कहा कि हमारे बीच सीटों की संख्या और सीटों के प्रकार को लेकर बात नहीं बन पाई थी।

- 1987 में एक पूर्ण राज्य का दर्जा मिलने के बाद से मिजोरम में कांग्रेस और मिजोरम नेशनल पार्टी (एमएनएफ) सत्ता में है। दिलचस्प यह है कि तब से लेकर आज तक कोई भी पार्टी राज्य में दो बार से अधिक सरकार नहीं बना सकी है। मिजोरम में 40 सदस्यीय विधानसभा का चुनाव भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है। पूर्वोत्तर का यह एकमात्र राज्य है जहां भाजपा की सरकार नहीं है। राज्य की आबादी करीब 10 लाख है। वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 34 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि मुख्य विपक्षी मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के खाते में पांच और मिजोरम पीपुल्स कांफ्रेंस की झोली में एक सीट आई थी। कांग्रेस और मुख्य विपक्षी एमएनएफ ने 40-40 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े किये हैं जबकि भाजपा 39 सीटों पर मैदान में है।

- राज्य में शांतिपूर्ण, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराने के लिए 1.80 लाख सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं, जिनमें केन्द्रीय और राज्य के सुरक्षाकर्मी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि चुनावी तंत्र निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित कराने के लिए पूरी तरह से तैयार है।